कोरोना के दौरान पुल 12 महीने तक बंद रहा था। 2022 में पुल क्षतिग्रस्त हुआ तो इसे एक साल के लिए फिर बंद किया गया। इससे पहले भी कई बार पुल को मरम्मत के दौरान बंद रखा गया था। कंपनी ने एमपीआरडीसी को नुकसान की भरपाई करने के लिए तीन साल का कार्यकाल बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा जिसे विभाग ने अपनी स्वीकृति दे दी।
2025 तक था अनुबंध
ग्वालियर से भिंड और इटावा तक 108 किमी का टू-लेन हाइवे पर एमपीआरडीसी की आधिकारिक एजेंसी का 2025 तक टोल वसूलने का एग्रीमेंट था। तीन साल पूर्व सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने यहां 6 लेन की घोषणा की तो पता चला कि अनुबंध होने के कारण 2025 तक इसका कार्य प्रारंभ नहीं होगा। अब एग्रीमेंट आगे बढ़ गया जिससे नए चंबल पुल की प्रक्रिया भी खटाई में पड़ गई है।
ग्वालियर से भिंड और इटावा तक 108 किमी का टू-लेन हाइवे पर एमपीआरडीसी की आधिकारिक एजेंसी का 2025 तक टोल वसूलने का एग्रीमेंट था। तीन साल पूर्व सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने यहां 6 लेन की घोषणा की तो पता चला कि अनुबंध होने के कारण 2025 तक इसका कार्य प्रारंभ नहीं होगा। अब एग्रीमेंट आगे बढ़ गया जिससे नए चंबल पुल की प्रक्रिया भी खटाई में पड़ गई है।
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ग्वालियर पीएनसी के जीएम अशोक मिश्रा के मुताबिक हाईवे पर चंबल पुल बंद होने के कारण कंपनी ने तीन साल के लिए एग्रीमेंट बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था। इसे मंजूरी मिल गई है। कंपनी अब मार्च 2027 तक टोल चलाएगी।
ग्वालियर पीएनसी के जीएम अशोक मिश्रा के मुताबिक हाईवे पर चंबल पुल बंद होने के कारण कंपनी ने तीन साल के लिए एग्रीमेंट बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था। इसे मंजूरी मिल गई है। कंपनी अब मार्च 2027 तक टोल चलाएगी।
एमपीआरडीसी भिंड के महाप्रबंधक राजेश दाहिमा ने भी इस बात की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि हाईवे पर टोल वसूल रही कंपनी का कार्यकाल बढ़ाया गया है। पुल बंद होने से कंपनी का खासा नुकसान हुआ जिसकी भरपाई के लिए एग्रीमेंट बढ़ाना जरूरी हो गया था।
नया पुल अटका
पीएनसी कंपनी मार्च 2027 तक हाइवे के साथ चंबल और क्वारी पुल की देखरेख भी करेगी। क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत पर आने वाला खर्चा भी टोल संचालित कंपनी करेगी। ऐसे में मौजूदा पुल चालू होने के कारण बरही घाट पर नया पुल बनाने की प्रक्रिया खटाई में पड़ गई है।
पीएनसी कंपनी मार्च 2027 तक हाइवे के साथ चंबल और क्वारी पुल की देखरेख भी करेगी। क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत पर आने वाला खर्चा भी टोल संचालित कंपनी करेगी। ऐसे में मौजूदा पुल चालू होने के कारण बरही घाट पर नया पुल बनाने की प्रक्रिया खटाई में पड़ गई है।
बताया जा रहा है कि एनएचएआइ इटावा भी नए पुल निर्माण को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है। पुल की स्वीकृति डेढ़ साल पहले मिल चुकी है। फैक्ट फाइल
108 किमी लंबा है नेशनल हाइवे।
हाइवे पर 2027 तक बढ़ा कंपनी का अनुबंध।
2025 में खत्म होना था पीएनसी का ठेका।
2700 करोड़ में बनना है 6 लेन हाइवे।
213 करोड़ में बनना है नया पुल।
108 किमी लंबा है नेशनल हाइवे।
हाइवे पर 2027 तक बढ़ा कंपनी का अनुबंध।
2025 में खत्म होना था पीएनसी का ठेका।
2700 करोड़ में बनना है 6 लेन हाइवे।
213 करोड़ में बनना है नया पुल।