रविवार को बीना के पास राहतगढ़ में सीएम मोहन यादव की जनसभा थी। कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे मंच पर पहुंची और सीएम के समक्ष बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली। निर्मला सप्रे ने बाद में बताया कि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के इमरती देवी पर दिए गए बयान से नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ी है।
यह भी पढ़ें— Ladli Behna Yojana : लाड़ली बहनों के लिए आई अच्छी खबर, सीएम मोहन यादव ने किया बड़ा ऐलान निर्मला सप्रे ने कहा— मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने महिला के लिए गलत बात कही। मैं भी महिला हूं, आरक्षित वर्ग से विधायक हूं। जीतू पटवारी की बात से मुझे ठेस लगी। इसलिए मैंने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी को चुना जहां महिलाओं का सम्मान होता है।
बीजेपी में शामिल होने के बाद निर्मला सप्रे ने यह भी कहा कि मेरे क्षेत्र का विकास अवरुद्ध हो गया था। पिछले 6 माह में यहां कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का विकास का एजेंडा है।
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस विधायक द्वारा पार्टी से त्यागपत्र देना कांग्रेस के लिए एक और बड़ा झटका है। निर्मला सप्रे ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी के महेश राय को 6000 से ज्यादा मतों से हराया था। सागर जिले की आठ विधानसभा सीटों में से केवल बीना विधानसभा से ही कांग्रेस जीती थी।
निर्मला सप्रे ने 2023 में दूसरी बार विधानसभा चुनाव लड़ा था। पहली बार वे बीजेपी के महेश राय से हार गईं थीं। 10 साल बाद वे फिर महेश राय के सामने चुनाव मैदान में उतरी और इस बार जीत दर्ज की।
विधायक निर्मला सप्रे Bina MLA Nirmala Sapre के बीजेपी में शामिल होने की किसी को भनक तक नहीं लगी। कांग्रेस के साथ ही बीजेपी नेताओं को भी इस घटनाक्रम से आश्चर्य हुआ। कांग्रेस विधायक के बीजेपी में चले जाने से बीना विधानसभा में एक बार फिर चुनाव होना तय है।