उसकी स्थिति को देखते हुए न्यूरोसर्जरी विभाग की टीम ने एमआरआई जांच के आधार पर तत्काल सर्जरी की प्लानिंग बनाई। उसके बाद ऑपरेशन शुरू किया। AIIMS के डॉक्टर्स ने 8 घंटे की सफल सर्जरी कर ट्यूमर निकाला। बच्ची जब अस्पताल पहुंची थी तब उसकी स्थिति बेहद खराब थी।