bell-icon-header
भोपाल

भोपाल में सुलेमानी के बाद अब तूफानी और जाफरानी चाय का जलवा

राजधानी में नमक वाली चाय से लेकर मसाला वाली चाय के बढ़े दीवाने

भोपालFeb 13, 2024 / 08:59 am

Manish Gite

नवाबों के शौक के तौर पर शुरू हुई सुलेमानी चाय अब पुराने शहर की गलियों की छोटी-छोटी दुकानों में उबल रही है। बदलते दौर में इस खास चाय का स्वाद अब युवाओं की जुबां पर चढ़कर बोल रहा है। नमक वाली सुलेमानी चाय जैसे कई लोकल ब्रांड अब राजधानी में स्टार्टअप की शक्ल में तेजी से ग्रोथ कर रहे हैं।

 

शहर में 60 के करीब चाय के स्टार्टअप रजिस्टर्ड हुए

तूफानी, जाफरानी, ड्राई फ्रूट से बनी चाय, और कई प्रकार के मसालों के मिश्रण से बनी मसाला चाय के आउटलेट एमपी नगर, बिट्टन, न्यू मार्केट, नर्मदापुरम रोड, कोलार, पुराने शहर में हमीदिया रोड, इतवारा, बुधवारा, जहांगीराबाद कई स्थानों पर खुल गए हैं। खाद्य विभाग में हाल के महीनों में 60 के करीब चाय के स्टार्टअप रजिस्टर्ड हुए हैं। जिसमें ज्यादातर पढ़े-लिखे युवा हैं।

 

चाय के फेमस फ्लेवर और जगह

एमपी नगर जोन वन और टू में मसाला दम चाय खूब बिकती है। इसे कई प्रकार के मसाले मिलाने के बाद एक कटोरे में रखकर बनाया जाता है। युवाओं में यह खासा लोकप्रिय है। यहां केसर और फुल क्रीम दूध से बनी जाफरानी चाय भी उपलकध है।

 

यह नाम भी…

हर बार नई चाय मिलेगी, भोपाल टी स्टॉल की चाय दुकान में प्रसिद्ध सुलेमानी चाय की चुस्की लेते युवा मिल जाते हैं। दूर-दूर से लोग यहां चाय पीने आते हैं।

चाय के कट बिट्टन मार्केट में बॉम्बे टी स्टॉल फेमस चाय की दुकान है। यहां भी अलग- अलग खलेवर की चाय मिलती। यहां चाय के कट की काफी डिमांड है।

 

इतवारा में जुटती है भीड़

इतवारा में एक वर्षो पुरानी चाय की दुकान है। यहां चाय पीने लोग रोजाना आते हैं। वे यहां की चाय के स्वाद के दीवाने हैं।

 

100 क्विंटल से अधिक की रोजाना खपत

राजधानी में चाय के बढ़ते शौकीनों की वजह से थोक मंडी में रोजाना सौ क्विंटल चाय की खपत है। हनुमानगंज स्थित थोक मंडी में खुली चाय 60 फीसदी और 40 फीसदी पैकिंग चाय बिकती है। थोक खुली चाय विक्रेता मो. खालिद एवं लक्ष्मणदास राजपाल बताते हैं कि बाजार में सादी खुली चाय 200 से 250 रुपए किलो, प्रीमियम खुली चाय 280 से 300 रुपए किलो के आसपास है। जबकि पैकिंग चाय विक्रेता अजय गोयल के अनुसार पैकिंग चाय 220 से 300 रुपए किलो है। इसके अलावा 400 रुपए किलो वाली चाय भी है।

 

चाय में भी कई प्रकार के खलेवर्ड को लेकर स्टार्टअप शुरू हुए हैं। पढ़े-लिखे युवा इस क्षेत्र में अच्छा काम कर रहे हैं। खाद्य विभाग में चाय के कई स्टार्टअप रजिस्टर्ड हुए हैं।
-देवेंद्र दुबे, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी

 

चाय के शौकीनों का गढ़ रहा है भोपाल

भोपाल चाय के शौकीनों का गढ़ रहा है। बदलते समय के साथ यहां कई खलेवर की चाय बिकने लगी है। ज्यादातर लोग असम की गोल्डन कलर और बेहतर टेस्ट देने वाली चाय पीते हैं। भोपाल से लोकल के अलावा आसपास के जिलों में भी चाय भेजी जाती है।

-राजेन्द्र कुमार सिंघल, पूर्व अध्यक्ष, होलसेल चाय विक्रेता संघ, भोपाल

Hindi News / Bhopal / भोपाल में सुलेमानी के बाद अब तूफानी और जाफरानी चाय का जलवा

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.