जेपी अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव के अनुसार छतरपुर निवासी भगवानदास अहिरवार को घुटने में निरंतर तेज दर्द होने की शिकायत थी। अस्पताल में मरीज की विस्तृत जांच करने पर ओस्टियो आर्थराइटिस बीमारी पाई गई। जो एक डिजेनेरेटिव डिजीस है। जिसमें पूरा घुटना बदलने की जरूरत होती है।
चिकित्सकों द्वारा जटिल सर्जरी कर घुटने प्रत्यारोपित किए गए। मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है और अब सामान्य रूप से बिना दर्द के चलने फिरने में सक्षम है। इस टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी में आयुष्मान भारत निरामयम योजना के तहत पूरी तरह से कैशलेस उपचार दिया गया है।
क्या है आयुष्मान योजना
सरकार की ओर से जरूरतमंद और गरीब वर्ग के लोगों के लिए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना चलाई जा रही है। इस योजना का लाभ ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों के योग्य परिवार को दिया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत आयुष्मान गोल्डन कार्ड जारी किया जाता है. हालांकि, हर व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) नहीं बनाया जा सकता है। इसके लिए सरकार ने कुछ योग्यता मापदंड तय किए हैं. जिसके मुताबिक, इस योजना में शामिल होने के लिए आपका योग्य होना जरूरी है. अगर आप इसके तहत योग्य पाए जाते हैं और आवेदन करते हैं तो आपको आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card Apply Online) जारी किया जा सकता है। आयुष्मान कार्ड जारी हो जाने के बाद बीमारी की स्थिति में देश के किसी भी लिस्टेड हॉस्पिटल में इसे दिखाकर 5 लाख रुपये तक फ्री इलाज का लाभ दिया जाता है।