प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड वायु और जल प्रदूषण के आंकड़े जुटाने के साथ इसे निपटने के तरीके भी बताएगा। साथ ही वायु और जल प्रदूषण के डाटा जुटाए जाएंगे। डाटा के आधार पर प्रदूषण से निपटने के तरीके के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए सर्विलांस सिस्टम विकसित किया है।
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शहर की फिजा बिगड़ी, AQI 100 के पार
बारिश थमने के साथ शहर की हवा बिगड़ने लगी है। एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से पार मापा गया। इस सीजन में यह सबसे ज्यादा है। वायु मॉनिटरिंग के लिए शहर में तीन स्थानों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सिस्टम लगाए हैं। इनमें एक कलेक्ट्रेट परिसर में रविवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 114 था। इसके अलावा टीटी नगर में इसे 94 मापा गया वहीं पर्यावरण परिसर में एक्यूआई 84 रहा। वायु प्रदूषण का कारण धूल कण बताए जा रहे हैं।कचरा उठने से लेकर डिस्पोज होने तक मॉनीटरिंग
वेस्ट मॉनिटरिंग के लिए भी पीसीबी तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है। कचरा उठने से लेकर कचरे के डिस्पोज होने तक बोर्ड पूरा रिकार्ड रखेगा। प्रदेश में 30 ट्रांसपोर्टर रजिस्टर्ड हैं। वहीं राजधानी में इनकी संख्या 7 हैं। जीपीएस से जोड़ते हुए सैटेलाइट मैपिंग की जा रही है। यह भी पढ़ें- Heavy Rain Alert : जाते-जाते एमपी में तांडव मचाएगा मानसून, 24 जिलों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट
रविवार को ऐसा रहा शहर का एयर कवालिटी इंडेक्स
-114 कलेक्ट्रेट -95 टीटी नगर -84 पर्यावरण परिसर -50 ने नीचे होने पर बेहतर -100 से अधिक होने का अर्थ