690 यात्रियों की स्क्रीनिंग प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पल्लवी जैन गोविल ने बताया कि प्रदेश में 5 मार्च की स्थिति में 484 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 107 यात्री होम आईसोलेशन में थे। 43 जिलों से आने वाले कुल 690 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें इन्दौर में 249, भोपाल 122, जबलपुर 36, ग्वालियर 33, उज्जैन 30 और खरगोन 17 यात्री शामिल हैं। जैन ने बताया की राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित स्व-सहायता समूह के माध्यम से कपड़े के मास्क बनवाने की कार्यवाई की जा रही है।
स्वास्थ्य अधिकारियों एवं मैदानी कार्यकर्ताओं को किया गया प्रशिक्षित नोवल कोरोना वायरस बीमारी की रोकथाम के संबंध में जूम प्लेटफार्म के माध्यम से प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारियों एवं सेटेलाइट के माध्यम से बीसीएम, एएनएम, आशा, आशा सहयोगी, सुपरवाइजर, फार्मासिस्ट आदि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जानकारी देने के साथ ही उन्हें प्रशिक्षित भी किया गया। बताया गया कि प्रदेश में संक्रमित रोगियों के लिए 348 आइसोलेशन बैड, 104 वेन्टीलेटर, 13115 पीपीई किट, 27,011 एन-95, 58 क्वारेंटाईन सेंटर एवं 741 बैड की व्यवस्था की गई है। नोवल कोरोना वायरस की जांच के लिए एम्स भोपाल एवं एन.आई.आर.टी.एच. जबलपुर में लैब की व्यवस्था की गई है।