बरखेड़ा मंदिर में दीपआराधना, आतिशबाजी
बरखेड़ा भेल के अय्पपा मंदिर में भी मकरविल्लकू पर विशेष पूजा अर्चना की गई। इस मौके पर सुबह गणपति होमम हुआ। मंदिर में फूलों से आकर्षक रंगोली सजाई गई। इसके पहले सुबह भगवान अय्पपा का घी से अभिषेक किया गया और केरल के वाद्य यंत्रों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। मंदिर में केरल के पंडितों के सान्निध्य में पूजा अर्चना की गई। मंदिर समिति के निदिश नायर ने बताया कि गर्भगृह और मंदिर परिसर सहित 2 हजार दीप जलाए गए। इसके साथ ही दो माह से चले आ रहे भजन का समापन हो गया।
बरखेड़ा भेल के अय्पपा मंदिर में भी मकरविल्लकू पर विशेष पूजा अर्चना की गई। इस मौके पर सुबह गणपति होमम हुआ। मंदिर में फूलों से आकर्षक रंगोली सजाई गई। इसके पहले सुबह भगवान अय्पपा का घी से अभिषेक किया गया और केरल के वाद्य यंत्रों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। मंदिर में केरल के पंडितों के सान्निध्य में पूजा अर्चना की गई। मंदिर समिति के निदिश नायर ने बताया कि गर्भगृह और मंदिर परिसर सहित 2 हजार दीप जलाए गए। इसके साथ ही दो माह से चले आ रहे भजन का समापन हो गया।
शिवाजी नगर में जलाए एक हजार से अधिक दीप
शिवाजी नगर के अय्पपा मंदिर में मंडलम मकरविल्लकू के मौके पर ब्रह्म मुहूर्त के पहले भगवान अय्पपा का अभिषेकम किया गया। इसके बाद विशेष पूजा अर्चना की गई। शाम को शिवाजी नगर के विश्वनाथ मंदिर से दीपयात्रा निकाली गई। इसमें महिलाएं और पुरुष श्रद्धालु केरल के पारंपरिक परिधानों में शामिल हुए। यह दीप यात्रा मंदिर तक पहुंची। इसके बाद यहां दीपमालाएं जलाई गईं। इस दौरान एक हजार से अधिक दीप पूरे मंदिर परिसर में जलाए गए। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। इस मौके पर आरजी पिल्लई, केआरजी पिल्लई, एन गोपालन सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
शिवाजी नगर के अय्पपा मंदिर में मंडलम मकरविल्लकू के मौके पर ब्रह्म मुहूर्त के पहले भगवान अय्पपा का अभिषेकम किया गया। इसके बाद विशेष पूजा अर्चना की गई। शाम को शिवाजी नगर के विश्वनाथ मंदिर से दीपयात्रा निकाली गई। इसमें महिलाएं और पुरुष श्रद्धालु केरल के पारंपरिक परिधानों में शामिल हुए। यह दीप यात्रा मंदिर तक पहुंची। इसके बाद यहां दीपमालाएं जलाई गईं। इस दौरान एक हजार से अधिक दीप पूरे मंदिर परिसर में जलाए गए। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। इस मौके पर आरजी पिल्लई, केआरजी पिल्लई, एन गोपालन सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
नारायण गुरु मंदिर में भी जगमगाई दीपमालाएं
शहर के गोविंदपुरा िस्थत नारायण गुरु मंदिर में भी दीपमालाएं जगमगाई। यहां फूलों से विशेष श्रृंगार किया गया था।
शहर के गोविंदपुरा िस्थत नारायण गुरु मंदिर में भी दीपमालाएं जगमगाई। यहां फूलों से विशेष श्रृंगार किया गया था।