उत्तराखंड में चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra 2024) पर गए मध्य प्रदेश के तीन यात्रियों की मौत हो गई। वहीं अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं के कारण 11 श्रद्धालु भी मौत की नींद सो गए। उधर हजारों श्रद्धालु जाम में फंसे हुए हैं। इधर एमपी सीएम डॉ. मोहन यादव ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा राशि देने का ऐलान किया है।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए बुधवार व गुरुवार को हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद रखने का फैसला किया गया। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जारी रहेंगे। दोनों जगह हजारों तीर्थयात्री जाम में फंसे हैं। स्वास्थ्य समस्याओं से यात्रा के दौरान अब तक 11 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। जिनमें से 3 मध्य प्रदेश के हैं।
तय संख्या से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे
गढ़वाल प्रशासन ने बताया, तय संख्या से ज्यादा श्रद्धालुओं के (Char dham Yatra 2024) उमडऩे से यात्रियों की सुरक्षा को भी खतरा हो रहा है। श्रद्धालुओं को जगहज गह रोककर धामों (Char Dham) के लिए भेजा जा रहा है। प्रशासन बाकी श्रद्धालुओं से कुछ दिन रुककर यात्रा में शामिल होने की अपील कर रहा है। अनुमान के मुताबिक इस साल चारधाम यात्रा में 44 फीसदी श्रद्धालु बढ़े हैं।एमपी सीएम ने किया मुआवजे का ऐलान
चारधाम यात्रा (Char dham Yatra) में मध्य प्रदेश के तीन लोगों की हार्ट अटैक से मौत की खबर मिली है। मृतकों में रामगोपाल रावत (सागर), संपत्ति बाई (नीमच) और रामप्रसाद (इंदौर) की मौत सूचना मिली है। मृतकों की जानकारी मिलते ही एमपी सीएम डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर दुख जताते हुए राहत कोष से 4-4 लाख रुपए की अंतरिम सहायता देने की घोषणा की है।ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद
बता दें कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए बुधवार व गुरुवार को हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद रखने का फैसला किया गया। वहीं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जारी रहेंगे। दोनों जगह हजारों तीर्थयात्री जाम में फंसे हैं। स्वास्थ्य समस्याओं के कारण यात्रा के दौरान अब तक 11 श्रद्धालुओं की मौत हुई है।हेल्पलाइन नंबर जारी
चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra 2024) के दौरान मध्यप्रदेश के नागरिकों में किसी के साथ किसी भी प्रकार की दुर्घटना आदि होने पर सहायता के लिए हेल्प लाईन नम्बर जारी किए गए हैं।- 011-26772005 मध्यप्रदेश भवन,नई दिल्ली
- 0755-2708055, 2708059 वल्लभ भवन सिचुवेशन रूम, भोपाल