इस बार यह जनगणना एक एप्प के माध्यम से टेबलेट के जरिए की जाएगी। इससे पहले यह जनगणना साल 2019 में की गयी थी जिसमे मध्य प्रदेश में 6 करोड़ से अधिक पशुओं को दर्ज किया गया था। इस जनगणना में गाय, भैंस, कुत्ते, ऊंट, घोड़े, गधे, बकरा-बकरी, मुर्गा-मुर्गी, सूअर, भेड़, आदि पशुओं की गिनती की जाती है।
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ऐसे होगी पशुओं की गिनती
मध्य प्रदेश में जनगणना करने के लिए गांवों में 5264 यूनिट्स और शहर में 728 वार्डस को बनाया गया है। उनके ऊपर गांव और शहर के क्रमशः 3000 और 4000 परिवारों में एक-एक कम्प्यूटर्स की नियुक्ति की गई है। उनके ऊपर सुपरवाइज़र को भी नियुक्त किया गया है जो प्रदेश के सभी 55 जिलों में जाकर जनगणना प्रक्रिया को पूरा करेंगे। हालांकि, इस बार गणना के आंकड़ों को सीधे टैब के जरिए ‘पशु गणना सॉफ्टवेयर’ में फीड किया जाएगा । जिसमें पशुओं की नस्लों के बारे में भी लिखा जाएगा। पशु की फोटो स्कैन करते ही उसकी नस्ल की जानकारी मिलेगी। यह भी पढ़े – बेशर्मी की हद : Raja Bhoj प्रतिमा के सामने युवक ने तालाब में किया पेशाब, वीडियो बनता देख मुंह छिपाकर भागा