पुलिस ने रोककर लौटा दिया
बताया जाता है कि जिले में लॉक डाउन के चलते शराब की दुकानें बंद जरूर थी, लेकिन पिछले दरवाजे से लोगों की जरूरतें पूरी होती रही इसलिए बुधवार को दुकान खोलने पर भीड़ दिखाई नहीं दी। इधर भोपाल से मंडीदीप की ओर और लोग जाते नजर आए पर उन्हें रास्ते में पुलिस ने रोककर लौटा दिया।
सरकार और शराब ठेकेदारों की बात और समझौता के बाद बुधवार को 25 फ़ीसदी दाम बढ़ाने के साथ शराब की दुकानें खुली। बावजूद इसके मंडीदीप में बिक्री पर कोई असर नहीं दिखाई दिया। यहां अंग्रेजी शराब की दुकान पर भीड़ दिखाई दी, जबकि देशी शराब की दुकान पर कम ही लोग पहुंचे। इसका कारण अधिकतर मजदूर वर्ग पलायन कर अपने घरों को चला गया है।
एक ओर शराब खरीदने के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी थी दूसरी और पास ही एक भिखारी कचरे के डब्बे में खाना खोज रहा था। शराब की दुकान के बाहर खड़े किसी को व्यक्ति को इस पर दया नहीं आई। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है इस व्यक्ति को दिन में दो से तीन बार खाना दिया जाता हैं,लेकिल माइड खराब होने के कारण वो इस तरह से काम करता रहता है।