ननि में 24 पंचायतों के 38 गांव शामिल होंगे, 12 गुना हो जाएगा क्षेत्रफल
नगर निगम के गठन का मार्ग प्रशस्त हो गया है। नगरपालिका क्षेत्र से सटी 24 ग्राम पंचायतों के 38 गांवों को शामिल कर नगरनिगम गठन का प्रस्ताव जिला प्रशासन ने नौ जून को मप्र शासन को भिजवाया था।
ननि में 24 पंचायतों के 38 गांव शामिल होंगे, 12 गुना हो जाएगा क्षेत्रफल
रवींद्र सिंह कुशवाह, भिण्ड. कलेक्टर के इस प्रस्ताव पर उप सचिव नगरीय विाकस एवं आवास विभाग भोपाल, आरके कार्तिकेय ने 14 जुलाई को कलेक्टर को पत्र लिखा है। इसमें भिण्ड नगरपालिका को निगम बनाए जाने के जिला प्रशासन के प्रस्ताव पर प्रारंभिक अधिसूचना जारी करने की अनुमति दे दी है। प्रारंभिक अधिसूचना पर दावे-आपत्तियां प्राप्त कर कलेक्टर के स्पष्ट अभिमत के साथ प्रस्तावित सीमा क्षेत्र के रंगीन नक्शे सहित प्रस्ताव विशेष वाहक के हस्ते मांगा है। भिण्ड विधायक संजीव सिंह कुशवाह, सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया व सांसद संध्या राय की पहल पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांच फरवरी 2023 को भिण्ड दौरे के समय नगरपालिका को निगम बनाने की घोषणा की थी।
28.1 लाख हो जाएगी नगर की आबादी
प्रस्तावित नगर निगम के लिए 24 ग्राम पंचातयों को शामिल करने के बाद नगर की आबादी वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर 2.81 लाख 765 हो जाएगी। नगरपालिका सीमा क्षेत्र की आबादी 1.97 लाख 585 है। इस प्रकार 24 ग्राम पंचायतों से 84 हजार 180 जनसंख्या नगरीय सीमा में आ जाएगी।
12 गुना बढ़ जाएगा क्षेत्रफल
नगर निगम का गठन होने के बाद नगर का क्षेत्रफल 19585.253 हैक्टेयर हो जाएगा। जबकि नगरपालिका वर्तमान सीमा क्षेत्र 617.863 है। ग्रामीण आबादी का क्षेत्रफल छितरा हुआ होने से अधिक हो जाएगा। 17967.39 हैक्टेयर एरिया ग्रामीण क्षेत्र का नगर में जुड़ जाएगा।
यह पंचायतें नगर निगम में शामिल
-ग्राम पंचायत विरधनपुरा, दबोहा, बबेड़ी, डिड़ी, बाराकलां, जामपुरा, कीरतपुरा, चंदूपुरा, खादरगऊघाट, रछेड़ी, जामना, चरथर, मानपुरा, दीनपुरा, बिजपुरी, भटमासपुरा, बिल्होरा, धरई, पुर, भुजपुरा, उदोतपुरा, मुडिय़ाखेड़ा, सिमराव, जवासा को नगर निगम में शामिल किया जा रहा है। इन पंचायतों की नपा सीमा क्षेत्र से दूरी शून्य से 6.6 किमी तक है।
फैक्ट फाइल
39 वार्डों में विस्तारित है नगरपालिका क्षेत्र।
50 के करीब हो जाएगी वार्डों की संख्या निगम में।
38 गांव शामिल होंगे नगर निगम के सीमा क्षेत्र में।
84180 की आबादी बढ़ जाएगी नगर निगम में।
197585 है नगरपालिका क्षेत्र की आबादी।
281765 हो जाएगी नगर निगम के बाद आबादी।
कथन-
नगर निगम बना है ,यह स्वागत का विषय है। लेकिन भिण्ड का जो नेतृत्व अभी तक इसे नरक पालिका बनाए हुए है, वह नरक निगम ही बनाएगा। नागरिकों को अपनी जिम्मेदारी ठीक से समझनी होगी, तभी निगम का लाभ मिल पाएगा। अन्यथ बहती हुई सीवर लाइनों का ही विस्तार होगा।
डॉ. मनोज जैन, वन्यजीव एवं पर्यावरणविद्, भिण्ड
-नगर निगम का गठन तो हर्ष का विषय है, सवाल इसके व्यवस्थित संचालन का है। नपा की तरह ही काम हुए तो क्या लाभ। निगम बने तो इसकी कार्यशैली में भी व्यापक सुधार होना चाहिए।
नितिन अग्रवाल, व्यावसायी।
-निगम के गठन की प्रक्रिया आगे बढऩा तो स्वागत योग्य है, लेकिन उसका संचालन बड़ी चुनौती होगी। घोषणा तो वर्ष 2013 व 2018 में भी हुई थी, फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया था, यह भी चुनावी कवायद साबित न हो।
डॉ. अनिल भारद्वाज, प्रवक्ता, जिला कांग्रेस कमेटी, भिण्ड।
-निगम के लिए लंबे समय से प्रयास किए जा रहे थे। सीएम के समक्ष यह प्रस्ताव रखा तो उन्होंने फरवरी में अपनी यात्रा के दौरान इसकी घोषणा कर दी। जिला स्तर पर प्रारंभिक सूचना सूचना प्रकाशन का आदेश आ गया है, 15-20 दिन में गजट नोटिफिकेशन भी संभव है।
संजीव सिंह कुशवाह, संजू, विधायक, भिण्ड।