स्टेटस सिंबल बना वाहन स्टेटस सिंबल के लिए चौपहिया वाहन खरीदने की होड़ ने सड़कों की दशा बिगाड़ दी। ना शहर में पार्किंग की जगह है और न घरों में। किसी भी क्षेत्र में निकल जाइए, कारें घरों के बाहर ही खड़ी मिलेगी। शहर के आरके-आरसी व्यास कॉलोनी, विजयसिंह पथिकनगर, शास्त्रीनगर, अशोकनगर, आजाद चौक, आजादनगर, चन्द्रशेखर आजादनगर, शास्त्रीनगर हाउसिंग बोर्ड आदि क्षेत्रों में कारें या चौपहिया वाहन घरों के बाहर या पार्क की दीवार के सहारे खड़े मिलेंगे।
एक भी कार्रवाई नहीं बीते पांच साल में 19,817 चौपहिया वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं। इनके पार्किंग को लेकर शपथ पत्र दिए थे, लेकिन एक भी वाहन मालिक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है।
इसकी नहीं हो रही पालना उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था कि परिवहन विभाग सिर्फ उन्हीं कारों का रजिस्ट्रेशन करें, जिनके पास पार्किंग की जगह है। हकीकत ठीक इसके उलट है। कारों के रजिस्ट्रेशन के दौरान घरों में पार्किंग संबंधी शपथ पत्र गलत होते हैं। इसके चलते शहर के रास्ते तंग गलियां बन गए हैं। आवागमन प्रभावित होता है।
इतनी जगह होनी चाहिए नेशनल बिल्डिंग कोड के अनुसार आवासीय क्षेत्रों में चौपहिया वाहन की पार्किंग की जगह कम से कम 13.75 वर्ग मीटर जगह होनी चाहिए। हाउसिंग सोसायटी में दुपहिया पार्किंग की जगह कम से कम 2.25 वर्ग मीटर होनी चाहिए। छोटी कार के लिए करीब 2.5 मीटर चौड़ी और 5 मीटर लंबी जगह होनी चाहिए। बड़ी कार के लिए करीब 3 मीटर चौड़ी और 6 मीटर लंबी जगह होनी चाहिए। कार को आराम से पार्क और दरवाजे खोलने को जगह की जरूरत होती है।
डीलर करते हैं वाहनों का पंजीयन वाहनों का पंजीयन आजकल डीलर करते हैं। पार्किंग सत्यापन के लिए दस्तावेज की पालना पहले उनको करानी चाहिए। इस मामले की जांच कर प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
गौरव यादव, जिला परिवहन अधिकारी भीलवाड़ा