भीलवाड़ा

भारत ने रचा इतिहास: चंद्रयान-3 टीम में राजस्थान के अनिरूद्ध और वैभव का भी रहा अहम योगदान

Chandrayaan-3 Landing Successful: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की ओर से लॉन्च किए गए चंद्रयान-3 की बुधवार को हुई सफल लैंडिंग हुई। चंद्रयान-3 की इस की टीम में भीलवाड़ा के अनिरूद्ध कृष्ण उपाध्याय भी हिस्सा रहे।

भीलवाड़ाAug 24, 2023 / 11:41 am

Kirti Verma

भीलवाड़ा/पत्रिका . Chandrayaan-3 Landing Successful: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की ओर से लॉन्च किए गए चंद्रयान-3 की बुधवार को हुई सफल लैंडिंग हुई। चंद्रयान-3 की इस की टीम में भीलवाड़ा के अनिरूद्ध कृष्ण उपाध्याय भी हिस्सा रहे। आईआईटी कानपुर से एमटेक में गोल्ड मेडलिस्ट अनिरूद्ध 2020 में इसरो से जुड़े। अभी रिसर्च मोड्यूल में सैटेलाइट डेवलमेंट डिपार्टमेंट में सीनियर रिसर्च एसोसिएट हैं।

भीलवाड़ा के बापूनगर निवासी राधेश्याम उपाध्याय और मां इंदिरा देवी उपाध्याय के पुत्र अनिरूद्ध ने आईआईटी कानपुर से एमटेक के दौरान नामी कंपनी में 18 लाख रुपए सालाना पैकेज का ऑफर मिला था, उसे ठुकरा दिया और खुद के लिए इसरो में कॅरियर को लक्ष्य बनाया।

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चंद्रयान-3 लॉन्च में शाहपुरा (भीलवाड़ा) के वैभव उपाध्याय का भी अहम योगदान रहा है। सेवानिवृत्त शिक्षा अधिकारी सत्यस्वरूप उपाध्याय के पुत्र वैभव इसरो में वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं। वे मिशन चंद्रयान में प्रोजेक्ट मैनेजर हैं। मिशन चंद्रयान- प्रथम, द्वितीय और तृतीय में लगातार तीन बार प्रोजेक्ट मैनेजर तथा डिजाइनर की जिम्मेदारी निभाई। वैभव जनवरी 2006 में इसरो में पदस्थ हुए। मिशन मंगल यान का भी वैभव हिस्सा रहे।

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