दाखिले में यह बदली व्यवस्था
पिछले सत्र तक पांच साल के बच्चे का प्रवेश पहली कक्षा में होता था। लेकिन, इस साल नई शिक्षा नीति के प्रावधानों के तहत कक्षा एक में छह साल के बच्चे को ही दाखिला मिल सकेगा। पांच वर्ष पूर्ण कर चुके सभी बच्चों का प्रवेश सत्र 2023-24 में हो चुका है। अब वह छह साल के हो गए और दूसरी कक्षा में आ गए। पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे इस सत्र में पांच वर्ष पूरे करेंगे। ऐसे में पहली कक्षा का संचालन नहीं होगा। इस साल पहली कक्षा नहीं होगी तो अगली साल दूसरी कक्षा भी नहीं चलेगी, यह क्रम आगे तक चलता रहेगा। इधर प्रदेश में अगले महीने स्कूलों के शुरू होने के साथ ही नामांकन अभियान शुरू होना है। हर सरकारी विद्यालय में औसतन दस से पन्द्रह नए दाखिले पहली कक्षा में होते हैं।
आयु सीमा के फेर की वजह से नामांकन का गणित बिगडऩे की आशंका है। इससे प्रदेश की सरकारी स्कूलों में आठ से दस लाख तक नामांकन कम हो सकता है। इससे सरकारी स्कूलों के शिक्षकों में भी चिंता है।