इन पर भी निगाह बाल विवाह की आशंका वाले विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति निश्चित की जाएगी। ऐसे विद्यार्थियों को विद्यालय में नियमित रूप से आने के लिए प्रेरित किया जाएगा। संदेहास्पद अनुपस्थिति वाले विद्यार्थी से मिलकर गैर हाजिरी का कारण पता किया जाएगा। बाल विवाह की संभावना की सूचना दी जाएगी।
छात्रों को जोड़ने का प्रयास स्कूल प्रबंधक बाल विवाह के दुष्परिणाम से छात्रों को अवगत कराएगा। बारहवीं से पूर्व स्कूली शिक्षा से बाहर होने वाले विद्यार्थियों की निगरानी कर विद्यालय से जोड़ने के प्रयास किया जाएगा। प्रत्येक स्कूल में चाइल्ड लाइन नंबर अंकित किए जाएंगे।
इस पर देंगे ध्यान प्रार्थना सभा एवं नो बैग डे पर बाल विवाह एक अभिशाप विषय पर लगातार संवेदीकरण का कार्य किया जाएगा और विद्यालय में समय-समय पर स्वयंसेवी संस्थाओं एवं सामाजिक कार्यकर्ता बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत कराएंगे। वाद-विवाद, पोस्टर-भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित कर भी बच्चों को जागरूक किया जाएगा।