नई शिक्षा नीति के तहत 70 नंबर के पेपर में किताबों से सिर्फ 50 प्रतिशत सवाल पूछे जाएंगे। बाकी के सवाल ज्ञान एवं बोध आधारित होंगे। ये सवाल किताबों से जुड़े ही होंगे। 70 में से 35 नंबर के सवाल किताबों के होंगे। शेष 35 नंबर के सवाल बेसिक नॉलेज एवं बोध ज्ञान आधारित होंगे, जो किताबों से ही होंगे। प्रतियोगिता परीक्षा के तर्ज पर नॉलेज आधारित होंगे। पहले राजस्थान के सभी जिलों में कक्षा 9 और 11वीं के वार्षिक और परीक्षा में पूरे नंबर लाने के लिए विद्यार्थी किताब का रटा मारने लग जाते हैं। अब किताबों के सेम सिलेबस से अलग तरह से सवाल पूछे जाएंगे।
विभाजित कर पूछे जाएंगे सवाल
पूरे पाठ्यक्रम में 50 प्रतिशत प्रश्न ज्ञान, (पाठ्य पुस्तक), 20 प्रतिशत बौद्धिक, जिनमें मामूली दिमाग लगाना होगा और वैकल्पिक होंगे। 20 प्रतिशत अभिव्यक्ति पर आधारित या ज्ञानोपयोगी, 10 प्रतिशत मौलिकता कौशल से जुड़े प्रश्न होंगे। पेपर सवा तीन घंटे का होगा। समय बढ़ाने के साथ विषयवार अंक प्रणाली भी घोषित की है।70 अंक अर्द्धवार्षिक से मिलेंगे
अर्द्धवार्षिक परीक्षा 70 अंक की होगी, जबकि वार्षिक का अंक भार 100 होगा। कक्षा का परिणाम 200 अंक पर जारी किया जाएगा। पहले 10-10 अंक के तीन टेस्ट को भी अर्द्धवार्षिक परीक्षा के अंक भार में क्रिएटिविटी का प्रयोग कर सकें। इसमें जरूरी नहीं की ज्ञान आधारित सवालों के जवाब सभी बच्चे एक समान दे। अलग-अलग जबाव भी सही हो सकते हैं जो विद्यार्थी अपने बोध व सीख के आधार पर देगा। अभ्यर्थी उत्तर लिखने में तर्क क्षमता और क्रिएटिविटी का उपयोग कर सकेंगे।नए नियम लागू
राज्य स्तर पर एक समान होने वाली परीक्षा के तहत कक्षा 9 व 11 के अर्द्धवार्षिक परीक्षा के पेपर 14 दिसंबर से होंगे। ये शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रिंट कराए जाने के बाद वितरित किए जाएंगे। इस बार पेपर का पैटर्न भी नया लागू किया गया हैं।डॉ. रामेश्वर जीनगर, सीबीईओ, सुवाणा