यह भी पढ़ें: ट्रेन में गांजा तस्करी… GRP के 4 कॉन्स्टेबल बर्खास्त, तस्करों के नेटवर्क से जुड़कर कमाए थे करोड़ों रुपए पद से हटाए जाने के साथ अंजिता साहू को चुनाव के लिए छह साल के लिए अयोग्य भी घोषित किया गया है। एफएसटीपी प्लांट की स्थापना और इसके कामकाज के संचालन को लेकर सरपंच के रूप में अंजिता साहू दिल्ली में राष्ट्रपति सहित विभिन्न कार्यों के लिए कई मंचों पर समानित हो चुकी हैं।
ग्रामीणों की शिकायत पर हुई थी जांच
पतोरा के आधा सैकड़ा से ज्यादा ग्रामीणों ने जिला पंचायत में सरपंच के खिलाफ जुलाई 2024 को 13 बिंदुओं में शिकायत दर्ज कराते हुए जांच व धारा 40 के तहत कार्रवाई की मांग की थी। इस पर जिला पंचायत के लेखाधिकारी कुलदीप देवांगन, उप अंकेक्षक जिला पंचायत माधवी साहू और आरईएस के एसडीओ डीएस गौर की टीम से मामले की जांच कराई गई थी। अधिकारियों के जांच प्रतिवेदन के आधार पर एफएसटीपी के आय-व्यय का समुचित रिकॉर्ड संधारित नहीं होने और इसकी जानकारी पंचायत सचिव को नहीं दिए जाने के साथ जर्जर स्कूल के डिस्मेंटल में नियमों का पालन नहीं किए जाने को लेकर प्रकरण दर्ज कर एसडीएम पाटन के न्यायालय में सुनवाई की गई।
सुनवाई में सरपंच में प्रकरण पर अपना पक्ष रखने के साथ ग्रामीणों के आरोप को निराधार बताते हुए महिला सरपंच होने के चलते राजनीति द्वेषवश शिकायत किए जाने के हवाला देते हुए मामला निरस्त किए जाने की मांग की थी।