Patrika Abhiyaan: भिलाई पुलिस की सफलता
Patrika Abhiyaan: अतिरिक्त
पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर ने बताया कि 16 अक्टूबर को भिलाई रुआंबाधा निवासी इन्द्र प्रकाश कश्यप ने शिकायत की थी। वह पश्चिम बंगाल के खडग़पुर में एक कंपनी का वाइस प्रेसिडेंट है। उसके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से व्हाट्सऐप कॉल आया। सामने वाले ने बताया कि टेलीकॉम रेगुलेट्री अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) से फोन है। उसने झांसा दिया कि इंद्र प्रकाश के नाम की मोबाइल सिम का संबंध जेट एयरवेज कंपनी के मालिक गोयल के अपराध से है।
सीबीआई, ईडी और सुप्रीम कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट और अन्य
नोटिस भेजा गया है। इससे इंद्र प्रकाश डर गया। ठगों ने उससे पैसे की मांग की। पैसा नहीं देने पर 5 साल तक सजा दिलाने का डर दिखाया। इस पर इंद्र प्रकाश डर गया। उसने पैसे भिलाई में होना बताया। तब ठगों ने उसे ट्रेन में भी डिजिटल अरेस्ट रखा। घर पहुंच कर 49 लाख रुपए उनके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए थे। मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। आरोपी महाराष्ट्र औरंगाबाद ब्याज नगर एमआईडीसी आरएल 96/1 निवासी बापू श्रीधर भराड़(40 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी
- साइबर सेल की मदद से जिस एकाउंट में रुपए ट्रांसफर हुए थे, उसकी डिटेल निकाले गए।
- खाता औरंगाबाद के आईसीआईसीआई बैंक का निकला। वहीं से मोबाइल नंबर भी मिला।
- मोबाइल नंबर ट्रेस कर टीम औरंगाबाद के आईसीआईसीआई बैंक पहुंची।
- वहां जो पता मिला टीम वहां पहुंची। लेकिन आरोपी वहां से तीन साल पहले ही चला गया था।
- इसके बाद टीम ने मोबाइल की टावर डंप लोकेशन के आधार पर आरोपी को राहेगांव से गिरफ्तार किया।
20 प्रतिशत कमीशन पर दिया था बैंक अकाउंट
डीएसपी ने बताया कि
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि अपने कॉरपोरेट बैंक खाते को 20 प्रतिशत के कमीशन पर दिया था। उस व्यक्ति का नाम बताया। यह भी कबूल किया कि उसके खाते से 2 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन दो बार में हुआ है। ठगी करने वाले गिरोह के बारे में उसे जानकारी नहीं है।
डिजिटल अरेस्ट मामले में अकाउंट होल्डर को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में जो डिटेल मिले हैं, जिस एकाउंट पर आरोपी के खाते से ट्रांजेक्शन हुए हैं, उस अकाउंट के आधार पर पतासाजी की जा रही है। जल्द ही पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया जाएगा।