इस मामले को विभाग ने छापामार कार्रवाई करते हुए नहीं पकड़ा है बल्कि मरीजों ने 104 में खुद शिकायत की है। शिकायत के बाद विभाग ने मरीजों से राशि वसूलने के मामले में तीन प्राइवेट अस्पतालों को नोटिस जारी किया है। इसके पहले भी ऐसे कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं, जिसमें निजी अस्पताल आयुष्मान योजना के तहत पंजीकृत हैं, लेकिन मरीजों से नकद ले रहे हैं। विभाग की टीम अगर दबिश देकर सीधे मरीजों से जानकारी लें, तो जिला के दर्जनभर अस्पताल को नोटिस जारी करना पड़ेगा। खासकर बड़े अस्पताल में हालत और खराब है।
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केस-1.आईएमआई को स्पष्टीकरण के लिए नोटिसआईएमआई हॉस्पिटल, खुर्सीपार के संचालक को जिला नोडल अधिकारी डॉक्टर अनिल शुक्ला ने नोटिस जारी किया है। इसमें कहा गया है कि मरीज को एनीमिया संबंधी बीमारी का आयुष्मान कार्ड से नि:शुल्क उपचार के लिए 31 जनवरी 2024 को आईएमआई हॉस्पिटल, खुर्सीपार में दाखिल किया गया था। नियम के खिलाफ मरीज से नकद राशि जमा करवाया गया। इसमें सीबीसी टेस्ट के लिए 300 और डॉक्टर काउंसलिंग के नाम पर 300 रुपए अतिरिक्त जमा कराई गई। इसका तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
केस-2. गायत्री अस्पताल को जारी हुआ नोटिस नोडल अधिकारी डॉ. अनिल शुक्ला ने भिलाई गायत्री हॉस्पिटल के संचालक को भी नोटिस जारी किया है। मरीज ने शिकायत की है कि मरीज को एक्सीडेंट के प्रकरण में आयुष्मान कार्ड से नि:शुल्क उपचार के लिए 23 जनवरी 2024 को गायत्री अस्पताल में दाखिल किया गया। यहां भर्ती के लिए 3 हजार, ब्लड टेस्ट के लिए 2400 रुपए एमआरआई के लिए 3000 रुपए, दवाइयों के लिए 6500 रुपए जमा करवाया गया। भर्ती के समय 14,200 रुपए की मांग की गई। मरीज को योजना के दिशा निर्देशों के मुताबिक उपचार सुविधा उपलब्ध नहीं कराए जाने के संबंध में अपना स्पष्टीकरण तीन दिवस के भीतर कार्यालय में पेश करने कहा गया है।
केस-3. भिलाई नर्सिंग होम को नोटिस जारी भिलाई नर्सिंग होम के संचालक को भी नोडल अधिकारी डॉ. शुक्ला ने नोटिस जारी किया है। इसमें बताया है कि 104 से शिकायत दर्ज करवाई गई है, कि मरीज को डायरिया संबंधी बीमारी का आयुष्मान कार्ड से नि:शुल्क उपचार के लिए 2 फरवरी 2024 को दाखिल किया गया। नियम के खिलाफ नगद राशि जमा करवाया गया। इसमें दवाइयों के लिए 5700 रुपए, डायग्नोंस चार्ज 1700 रुपए अतिरिक्त मांगा गया। आयुष्मान कार्ड से केवल हॉस्पिटल चार्ज ही कवर होगा बताया गया।
नि:शल्क उपचार के लिए पंजीकृत
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत आईएमआई चिकित्सालय को पात्र हितग्राहियों को नि:शुल्क उपचार के लिए पंजीकृत किया गया है। हितग्राहियों को नियमानुसार नि:शुल्क उपचार किया जाना है। टोल फ्री नंबर 104 से अस्पताल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है।
नि:शल्क उपचार के लिए पंजीकृत
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत आईएमआई चिकित्सालय को पात्र हितग्राहियों को नि:शुल्क उपचार के लिए पंजीकृत किया गया है। हितग्राहियों को नियमानुसार नि:शुल्क उपचार किया जाना है। टोल फ्री नंबर 104 से अस्पताल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है।
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तीन अस्पतालों के खिलाफ मरीजों से अतिरिक्त राशि लेने की शिकायत मिली है। तीनों निजी अस्पतलों को नोटिस भेजकर तीन दिन के अंदर जबाव मांगा गया है। जवाब संतोषप्रद नहीं मिला तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. अनिल शुक्ला, नोडल अधिकारी