यह भी पढ़ें : CG Election 2023 : केशकाल विधानसभा में भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपाइयों ने निकाली परिवर्तन यात्रा, देखिए VIDEO वहीं पूर्व में ड्रॉप किए गए पूर्व विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा को भी अहिवारा से इस बार मौका दिया गया है। सांसद विजय बघेल को पाटन में पहले ही उतारा जा चुका है। दूसरी ओर कई दिग्गज नेताओं के दावे को दरकिनार कर भिलाई के पार्षद रिकेश सेन, जिला संगठन में महामंत्री ललित चंद्राकर और आरएसएस पारिवारिक पृष्ठभूमि से आने वाले गजेंद्र यादव जैसे युवा नेताओं को भी तवज्जो दिया गया है।
यह भी पढ़ें : CG Election 2023 : चुनाव की घोषणा पर पूर्व CM रमन सिंह बोले- जनता इंतजार कर रही थी इस पल का, कांग्रेस को देगी जवाब, देखें VIDEO पार्षद रिकेश सेन को वैशाली नगर, जिला भाजपा महामंत्री ललित चंद्राकर को दुर्ग ग्रामीण और पिछड़ा वर्ग मोर्चा के उपाध्यक्ष गजेंद्र यादव को दुर्ग शहर का प्रत्याशी बनाया गया है। चुनाव आचार संहिता प्रभावी होने के साथ ही भाजपा आलाकमान द्वारा घोषित इन नामों के साथ ही जिले के सभी छह सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय हो गए हैं। हालांकि इससे पहले ही भाजपा की यह सूची सोशल मीडिया में वायरल हो गया था और मौजूदा सूची में शामिल सभी नाम वायरल सूची में भी शामिल थे।
इसलिए खुला टिकिट का रास्ता
प्रेमप्रकाश पांडेय (भिलाई नगर)
जिले के सबसे अनुभवी नेता। पिछले चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में माहौल के बाद भी सिर्फ 2849 मतों से पराजित हुए थे। इससे पहले तीन बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। भिलाई नगर में यूपी व बिहार से जुड़े मतदाताओं की प्रभावी संख्या। इन समाजों में उनकी अच्छी पैठ और पराजय के बाद भी लगातार सक्रियता।
प्रेमप्रकाश पांडेय (भिलाई नगर)
जिले के सबसे अनुभवी नेता। पिछले चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में माहौल के बाद भी सिर्फ 2849 मतों से पराजित हुए थे। इससे पहले तीन बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। भिलाई नगर में यूपी व बिहार से जुड़े मतदाताओं की प्रभावी संख्या। इन समाजों में उनकी अच्छी पैठ और पराजय के बाद भी लगातार सक्रियता।
डोमनलाल कोर्सेवाड़ा (अहिवारा)
सरल व सहज व्यक्तित्व। सेवानिवृत्त शिक्षक के साथ सतनामी समाज के राज मंहत की पदवी। विधायक रहने के दौरान भी सहज सुलभता व सौम्य व्यवहार। समाज में अच्छी पैठ और कोई भी आरोप अथवा विवाद नहीं। 2013 के चुनाव में ड्रॉप किए जाने के बाद भी पार्टी लाइन से अलग नहीं हुए और लगातार सक्रियता बनाए रखी।
सरल व सहज व्यक्तित्व। सेवानिवृत्त शिक्षक के साथ सतनामी समाज के राज मंहत की पदवी। विधायक रहने के दौरान भी सहज सुलभता व सौम्य व्यवहार। समाज में अच्छी पैठ और कोई भी आरोप अथवा विवाद नहीं। 2013 के चुनाव में ड्रॉप किए जाने के बाद भी पार्टी लाइन से अलग नहीं हुए और लगातार सक्रियता बनाए रखी।
रिकेश सेन (वैशाली नगर)
भिलाई नगर निगम में पार्षद। पार्षद के चुनाव में बिना पराजय लगातार पांच बार जीत। पिछले कार्यकाल में निगम में नेता प्रतिपक्ष रहे। भाजपा संगठन में सक्रियता के साथ सेन समाज के जिले के प्रभावी नेता। सामाजिक और धार्मिक आयोजनों के कारण छत्तीसगढिय़ा समाजों में अच्छी पकड़। प्रदेश स्तर के भाजपा नेताओं से नजदीकी और पार्टी के बड़े आयोजनों में भागीदारी।
भिलाई नगर निगम में पार्षद। पार्षद के चुनाव में बिना पराजय लगातार पांच बार जीत। पिछले कार्यकाल में निगम में नेता प्रतिपक्ष रहे। भाजपा संगठन में सक्रियता के साथ सेन समाज के जिले के प्रभावी नेता। सामाजिक और धार्मिक आयोजनों के कारण छत्तीसगढिय़ा समाजों में अच्छी पकड़। प्रदेश स्तर के भाजपा नेताओं से नजदीकी और पार्टी के बड़े आयोजनों में भागीदारी।
गजेंद्र यादव (दुर्ग शहर)
आरएसएस के नेता बिसराराम यादव के बेटे। भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष और संगठन में लंबे समय से सक्रियता। शहर विधानसभा में यादव समाज के वोटर्स की बहुलता। यादव समाज और शहर के मतदाताओं में ठेठ छत्तीसगढिय़ा अंदाज के चलते लोकप्रिय रहे दिवंगत नेता हेमचंद यादव के छवि में फिट। सरल, सहज व निर्विवाद व्यक्तित्व।
ललित चंद्राकर (दुर्ग ग्रामीण)
संगठन के जिला महामंत्री के रूप में प्रभावी दायित्व। ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में कुर्मि मतदाताओं की प्रभावी संख्या। सामाजिक गतिविधियों में भी सक्रियता और अच्छी पकड़। इससे पहले भी पिछले तीन चुनाव में यहां से उनकी दावेदारी रही, लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद भी पीछे नहीं हटे और सक्रिय रहे। लगातार सक्रियता के कारण क्षेत्र के प्रत्येक गांव में उनके समर्थकों की संख्या।
संगठन के जिला महामंत्री के रूप में प्रभावी दायित्व। ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में कुर्मि मतदाताओं की प्रभावी संख्या। सामाजिक गतिविधियों में भी सक्रियता और अच्छी पकड़। इससे पहले भी पिछले तीन चुनाव में यहां से उनकी दावेदारी रही, लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद भी पीछे नहीं हटे और सक्रिय रहे। लगातार सक्रियता के कारण क्षेत्र के प्रत्येक गांव में उनके समर्थकों की संख्या।
विजय बघेल (पाटन)
दुर्ग लोकसभा के मौजूदा सांसद। विधानसभा में पार्टी की सत्ता जाने के बाद भी प्रदेश में सर्वाधिक साढ़े 4 लाख से भी ज्यादा मतों से जीत। लोकसभा में पाटन के 23 हजार के गड्ढे को पाटकर 27 हजार से अधिक मतों से जीत। वर्ष 2008 के चुनाव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पाटन में पराजित कर चुके हैं। मुख्यमंत्री को चुनाव में टक्कर दे सकने योग्य दूसरा कोई दावेदार नहीं।
दुर्ग लोकसभा के मौजूदा सांसद। विधानसभा में पार्टी की सत्ता जाने के बाद भी प्रदेश में सर्वाधिक साढ़े 4 लाख से भी ज्यादा मतों से जीत। लोकसभा में पाटन के 23 हजार के गड्ढे को पाटकर 27 हजार से अधिक मतों से जीत। वर्ष 2008 के चुनाव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पाटन में पराजित कर चुके हैं। मुख्यमंत्री को चुनाव में टक्कर दे सकने योग्य दूसरा कोई दावेदार नहीं।
कई दिग्गज थे दावेदार, पर्टी ने नए चेहरों को दी तवज्जो जानकारों के मुताबिक भाजपा की सूची में पूर्व विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा के साथ तीनों युवा चेहरे चौकाने वाले रहे। दरअसल इनके इलाकों में कई दिग्गज नेताओं के दावेदार के रूप में नाम चल रहे थे। अहिवारा में पद्मश्री ऊषा बारले को आगे बताया जा रहा था, लेकिन कोर्सेवाड़ा को तवज्जों दिया गया। यहां से पद्मश्री डॉ, आरएस बारले ने भी ताकत झोंकी थी।
इसी तरह वैशाली नगर में सांसद सरोज पांडेय, संगीता शाह, दुर्ग ग्रामीण में पूर्व मंत्री रमशीला साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष माया बेलचंदन, सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन और दुर्ग शहर में सांसद सरोज पांडेय, जिला अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा, चतुर्भुज राठी, दिवंगत नेता हेमचंद यादव की पत्नी लीला यादव, डॉ. शरदचंद अग्रवाल दावेदारों की दौड़ में थे। इन्हें दरकिनार कर आलाकमान ने नए चेहरों पर दांव लगाया है। दूसरी ओर कांग्रेस की सूची का अभी भी इंतजार है, लेकिन भाजपा के नामों की घोषणा के साथ ही कांग्रेस के संभावित नामों के आधार पर कयासों का दौर भी शुरू हो गया है।