भिलाई में भारतीय जनता पार्टी के भीतर शुरू से ही गुटबाजी हावी रही है। अब तक दो गुट यहां सक्रीय थे, गुटबाजी को खत्म करने के लिए बृजेश बिजपुरिया को मौका दिया गया था। बिजपुरिया से पहले यहां की कमान वीरेंद्र साहू के हाथ में थी। लगातार यह आरोप लग रहा था, कि वे तीसरा गुट के तौर पर उभर रहे हैं। इसकी वजह से शीर्ष संगठन के सामने कई बार मसला पहुंचा।
संगठन में खींचतान की शिकायत मिली प्रदेश संगठन को
भाजपा के प्रदेश संगठन तक एक पदाधिकारी ने लिखित शिकायत किया। इस मामले में बिजपुरिया का कहना है कि पूरी जानकारी प्रदेश संगठन को दे दी गई है। वहीं जिसने शिकायत किया, उसको हटाए जाने की बात भी जोरों से चल रही थी। इस बीच प्रदेश संगठन ने नए अध्यक्ष की नियुक्ति कर पूरे विवाद को ही खत्म कर दिया है।
तीन दशक से कर रहे काम
भिलाई नगर निगम के पार्षद महेश वर्मा 1990 से भाजपा में सक्रिय हैं। 2001 भाजयुमों प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बने। 2005 से निरंतर पार्षद हैं। 2005 से 2010 तक जोन एक के अध्यक्ष भी रहे चुके हैं। पूर्व विधायक विद्यारतन भसीन के सलाहकारों में से एक रहे।
छोटे कार्यकर्ता को मिली बड़ी जिम्मेदारी
महेश वर्मा, अध्यक्ष, भाजपा, भिलाई ने बताया कि भाजपा ने एक छोटे से कार्यकर्ता को बड़ी जिम्मेदारी दी है। प्रयास रहेगा वरिष्ठ नेताओं का मार्गदर्शन और कार्यकर्ताओं के सहयोग से संगठन को मजबूत कर सकूं।