20 हजार उपभोक्ताओं को मीटर का इंतजार भरतपुर शहर में पीएचईडी के करीब 35 हजार 562 उपभोक्ता हैं। इनके लिए विभाग की ओर से हर दिन करीब 50-52 मिलीयन लीटर (एमएलडी) पानी सप्लाई किया जाता है, लेकिन विभाग की ओर से अभी तक सिर्फ 15 हजार उपभोक्ताओं के यहां ही मीटर लगाए जा सके हैं। हालांकि करीब पांच हजार उपभोक्ताओं के और भी मीटर लगाने की कवायद शुरू कर दी गई है। बाकी 20 हजार उपभोक्ताओं को अभी तक मीटर का इंतजार है। ऐसे में बिना मीटर के गला तर कर रहे उपभोक्ताओं को विभाग की ओर से अनुमानित पानी का बिल भेजा जा रहा है। पुष्प वाटिका कॉलोनी में ही करीब डेढ़ साल पहले घर के बाहर पानी के कनेक्शन के मीटर लगाए गए थे, लेकिन उनके समेत गली के कई लोगों के पानी के मीटरों को चोर चोरी करके ले गए। उसके बाद विभाग में शिकायत भी की लेकिन दोबारा मीटर नहीं लगाए गए. ऐसे में बिना मीटर के ही औसत बिल भेजे जा रहे हैं।
कहां जा रहे मीटर कोई पता नहीं चोर मीटरों को चोरी कर कहां ले जा रहे हैं, विभाग के अधिकारियों को भी इस बात का कुछ पता नहीं है। कुछ अभियंताओं का कहना है कि मीटर की कीमत करीब 1200 रुपए से अधिक है, हो सकता है कि गैंग नए मीटरों को कहीं फिर से बेचने के लिए ले जा रहे हों। वहीं अन्य कुछ लोग अन्य तर्क भी दे रहे हैं। कुछ का कहना है कि चोर इसे मात्र 100-150 रुपए में बेच देते हैं।
इनका कहना है -लोगों को चाहिए कि पानी के मीटर घर के अंदर ही लगवाएं। कुछ दिन से जवाहर नगर, मुखर्जी नगर, अनिरुद्ध नगर और अब सूरजमल नगर में पानी के मीटर चोरी होने का मामला सामने आया है।
मनोज पाराशर एईएन पूर्व, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग