– अमित पलवार, व्याख्याता (संस्कृत)
तालबन्दी शास्त्रीय विधा जानिए क्या है नौटंकी कला चौबोलों का प्रयोग अक्सर नौटंकी में होता है। यह काव्य परंपरा में प्रयोग होने वाली चार पंक्तियों की एक छंद शैली है। प्रत्येक चरण में आठ और सात के विश्राम से 15 मात्राएं होती हैं। अंत में लघु गुरू होता है। जैसे-रघुबर तुम सों विनती करौं। कीजै सोई जाते तरौ। भिखारीदास ने इसके दुगने का चौबोला मानकर 16 और 14 मात्राओं पर यति मानी है।
तालबन्दी शास्त्रीय विधा जानिए क्या है नौटंकी कला चौबोलों का प्रयोग अक्सर नौटंकी में होता है। यह काव्य परंपरा में प्रयोग होने वाली चार पंक्तियों की एक छंद शैली है। प्रत्येक चरण में आठ और सात के विश्राम से 15 मात्राएं होती हैं। अंत में लघु गुरू होता है। जैसे-रघुबर तुम सों विनती करौं। कीजै सोई जाते तरौ। भिखारीदास ने इसके दुगने का चौबोला मानकर 16 और 14 मात्राओं पर यति मानी है।