चारपाई के पाये दीवार तोड़ निकलीं बालिका राजकीय बलिका गृह में तीन दिन पहले भी लापरवाही का एक मामला सामने आया है। लोहे की चारपाई के पाये से जंगले के नीचे दीवार तोडकऱ बालिका बाहर निकल आर्ई। गनीमत रही कि बाहर की दीवार ऊंची होने के कारण बालिका भाग नहीं सकी। इस दौरान गार्ड की नजर बालिका पर पड़ी। इसके बाद उसने बाल कल्याण समिति व बालिकागृह अधीक्षक को सूचना दी। तब समझा कर उन्हें अंदर भेजा गया।
केस नम्बर एक: डीग जिले के कामां तहसील के एक गांव के एक व्यक्ति ने बाल कल्याण समिति में कार्रवाई कराने को लेकर शिकायत दी है कि बालिका गृह में रह कर मेरी लडक़ी फोन से एक लडक़े से बात करती है। बालिका गृह के अन्दर हमारी लडक़ी को यह लडक़ा मोबाइल देकर जाता है। ये हर शनिवार शाम सात बजे रात को मिलने आता है। हमारी लडक़ी को धमकी देता है कि अगर तुम अपने घर जाने के लिए तैयार हुई तो मरने की धमकी देता है। बालिका ्रगृह अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। लडक़ी को मानसिक रूप से कमजोर बना दिया है। दो बार पुलिस ने मेरी पुत्री से फोन पकड़े हैं।
केस नंबर दो: एक शिकायतकर्ता ने बाल कल्याण समिति को ऑडियो दिया है। इसमें मोबाइल फोन पर एक घंटे के एक हजार और दो घंटे के दो हजार रुपए मांगने की बात स्वीकार की है।
केस नंबर तीन: रूपवास इलाके के एक युवक ने बाल कल्याण समिति को शिकायत दी है कि उसकी बहन जो बालिका गृह में बन्द है। उसको लडक़े की ओर से फोन दिया गया है। जो लडक़े से बात करती है। इसके लिए बाल कल्याण समिति को एफआइआर करने के लिए शिकायत दी है।
इनका कहना है
-बालिकाओं की काउंसलिंग करते हैं तो पता चला है कि गृह में बलिकाएं लडक़ों से बात करती है। इससे बलिकाओं के पुर्नवास करने के लिए समस्या आ रही है। अधीक्षक बालिका गृह को कई बार लिखा जा चुका है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है। बालिकाओं के परिजनों की शिकायत आती है। एक ऑडियो भी आया है। बलिका गृह से कई बार फोन जप्त हो चुके है। फिर भी फोन पहुंच रहे है।
-बालिकाओं की काउंसलिंग करते हैं तो पता चला है कि गृह में बलिकाएं लडक़ों से बात करती है। इससे बलिकाओं के पुर्नवास करने के लिए समस्या आ रही है। अधीक्षक बालिका गृह को कई बार लिखा जा चुका है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है। बालिकाओं के परिजनों की शिकायत आती है। एक ऑडियो भी आया है। बलिका गृह से कई बार फोन जप्त हो चुके है। फिर भी फोन पहुंच रहे है।
राजाराम भूतौली, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति