दो वर्ष के एग्रीमेंट पर गए थे विदेश उन्होंने बताया कि गरीबी में रोजगार की आस में विश्राम जाटव व बून्दी जिले के मित्र सहित दोनों कुछ वर्ष पूर्व एक एजेंट के माध्यम से सउदी अरब गये थे, लेकिन रोजगार तो गया ही सही दोनों की जान के भी लाले पड़ गए। सउदी अरब के यम्बू में कम्पनी में अक्टूबर 2020 में दो वर्ष का वर्क एग्रीमेंट पूरा होने पर दोनों भारतीयों ने स्वदेश आने की इच्छा जताई तो कंपनी ने इन्हें भारत भेजने के बजाय वहीं पर बंधक बना लिया। कम्पनी ने इनको खाना देना भी बंद कर दिया। आठ माह तक दोनों भारतीय दूसरे कर्मचारियों को दिए जाने वाले खाने में से बचा खुचा खाकर अपना जीवन चलाते रहे।