इसलिए भी है जरूरी पिछले कुछ समय से विभिन्न सेक्टरों में हरित ऊर्जा क्रांति के तहत गैर पारंपरिक माध्यमों से ऊर्जा प्राप्त करने की डिमांड बढ़ रही है। भारत का दुनिया भर में बिजली का उत्पादन और खपत के मामले में पांचवें नंबर पर है। भारत ने पिछले कुछ वर्षों में बिजली उत्पादन के क्षेत्र में काफी विस्तार किया है। देश में अधिकांश बिजली (लगभग 53 प्रतिशत) का उत्पादन कोयले से होता है और इसके चलते भविष्यवाणी की गई है कि वर्ष 2040-50 के बाद देश में कोयले के भंडार समाप्त हो जाएंगे।