पहले ही मिल जाती है माफिया गिरोह को टीम की सूचना जब कभी जिला प्रशासन व सरकार का दबाव पडऩे पर परिवहन विभाग की ओर से ओवरलोड के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाती है तो उसमें ज्यादातर तो वर्षभर के लक्ष्य पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। चूंकि खनन क्षेत्रों में जब भी परिवहन विभाग की टीम पहुंचती है तो टीम के आने की सूचना माफिया गिरोह को पहले ही मिल जाती है। इससे कार्रवाई भी अधूरी रह जाती है। पिछले कुछ माह के दौरान ऐसा कई बार हुआ है। इतना ही नहीं मेवात में तो पिछले लंबे समय से कथित एक ट्रांसपोर्ट यूनियन की ओर से ओवरलोड वाहन चलाने के लिए कूपन सिस्टम तक का उपयोग किया जा रहा है। इसकी जानकारी परिवहन विभाग के अधिकारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के पास भी है, लेकिन कार्रवाई कभी नहीं की गई है।
अधिकारियों ने भी माना…ओवरलोड को लेकर माफिया सक्रिय खुद परिवहन विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि जिले में खनन क्षेत्रों में ओवरलोड को लेकर माफिया सक्रिय है। जैसे ही टीम कार्रवाई करने के लिए पहुंचती है तो वहां चालक ट्रक को छोड़कर भाग जाते हैं। इसके अलावा कार्रवाई की सूचना तक उन्हें पहले ही मिल जाती है। कुछ जगह तो विरोध का भी सामना करना पड़ जाता है।
-230 वाहन स्वामियों को नोटिस भेजे गए हैं। प्रक्रिया के अनुसार उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। विभाग ओवरलोड वाहनों के खिलाफ यथासंभव कार्रवाई कर रहा है।
राजीव चौधरी
जिला परिवहन अधिकारी
राजीव चौधरी
जिला परिवहन अधिकारी