विवादों से घिरती जा रही कामां विधायक हकीकत यह है कि पिछले कुछ माह से लगातार कभी प्रधानमंत्री आवास योजना तो कभी अवैध खनन व ओवरलोडिंग को लेकर विपक्ष की ओर से कामां विधायक को घेरा जा रहा है। खुद उनकी ही पार्टी के नगर से विधायक वाजिब अली भी उनके क्रियाकलाप को लेकर सवाल उठा चुके हैं। इसको लेकर एक बार तो विधायक वाजिब सीएमओ में भी शिकायत कर चुके हैं। सांसद रंजीता कोली भी सवाल उठा चुकी है। हालांकि विधायक ने पिछले दिनों पूर्व विधायक जगत सिंह पर भी पीएम आवास योजना के घोटाले को लेकर निशाना साधा था, लेकिन उसके दूसरे ही दिन पूर्व विधायक ने पलटवार बयान दिया था, परंतु इसके बाद दोनों ने ही चुप्पी साध ली।
आमजन बोला…इन सभी नेताओं की कराई जाए जांच इधर, पिछले कुछ माह से आपस में आरोप-प्रत्यारोप लगाने वाले नेताओं को लेकर कस्बे के लोगों का मानना है कि एक बार भाजपा हो या कांग्रेस या पूर्व हो या वर्तमान, इन सभी नेताओं के कार्यकाल की जांच करानी चाहिए। इसमें अवैध खनन के लिए दिए जाने वाली विस्फोटक सामग्री, ट्रांसपोर्ट यूनियन के नाम पर हो रही अवैध वसूली, कामां, पहाड़ी पंचायत समिति के विकास कार्यों, नगरपालिका कामां के कथित भ्रष्टाचार के अलावा अवैध खनन, गौतस्करी के साथ ही कामां पुलिस के अधिकारियों के जांच करानी चाहिए। ताकि हकीकत जनता के सामने आ सके। इसके अलावा एसीबी में भी इनके खिलाफ परिवाद दिया जाना चाहिए। इससे ईमानदारी का दावा करने वालों की हकीकत में कलई खुलकर सामने आ सके।