इसमें मेरा क्या कुसूर पंजाबी भाषा पढऩे में असफल बैंक मैनेजर काफी समय से पीडि़ता को इधर से उधर दौडऩे को विवश कर रहे हैं। खासी जद्दोजहद के बाद पीडि़ता ने प्रमाण पत्र का हिंदी व अंग्रेजी में अनुवाद भी कराया। साथ ही कहा कि किसी भी भाषा का अनुवाद कराने की जिम्मेदारी बैंक की होती है, लेकिन कई दिनों से उन्हें दर-दर की ठोकरें खाने को विवश होना पड़ रहा है। पीडि़ता का कहना है कि उनके पति की मौत पंजाब में हुई। ऐसे में वहां की भाषा में ही मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया है। इसमें मेरा क्या कुसूर है।
-अगर कोई ऐसा मामला है तो जानकारी की जाएगी। इस बारे में लीड बैंक ऑफिसर से बात कर परिवादी को न्याय दिलाया जाएगा।
बीना महावर
एडीएम प्रशासन -यह बैंक के अपने-अपने नियम व निर्धारित मापदंड होते हैं। बाकी मामला क्या है एक बार संबंधित शाखा से बात करूंगा। मामला मानवीय दृष्टिकोण से भी संबंधित है। प्रकरण की जानकारी हर संभव मदद कराई जाएगी।
कै. रविंद्र पांडेय
लीड बैंक ऑफिसर