घटिया निर्माण के कारण सुपुर्दगी लेने से डर रहे अफसर 29 जुलाई 2013 को आनन-फानन में रसूख के दबाव में आकर इस आरओबी का उद्घाटन कराया गया था। उस समय तत्कालीन जिला कलक्टर ने भी इसके निर्माण को लेकर सवाल उठाया था। कुछ समय बाद प्रकरण की जांच कराई गई थी, लेकिन यहां भी जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी मानने के बाद गड़बड़ी करने वालों के दबाव में आकर कार्रवाई इतिश्री कर दी गई। घटिया निर्माण के कारण ही रिडकोर और सार्वजनिक निर्माण विभाग इसे अपनी सुपुर्दगी में लेने को तैयार नहीं हैं। इतना ही नहीं इसकी दोष दायित्व अवधि भी 25 जुलाई 2016 को ही समाप्त हो चुका है।
अनदेखा कर निकल जाते हैं जनप्रतिनिधि कंजोली लाइन ओवर ब्रिज का निर्माण अशोक गहलोत सरकार की ओर से 2013 में कराया गया था लेकिन उसके कुछ समय बाद ही इस ब्रिज की हालत खराब होती गई। इसमें गहरे गड्डों से वाहनों का निकलना मुश्किल होता है। साथ ही यह ब्रिज राज्य सरकार में चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग के विधानसभा इलाके में स्थित है। इस ब्रिज के सुधार के लिए लोगों ने कई बार मंत्रियों से भी गुहार लगाई है मगर उनकी गुहार पर कोई अमल तक नहीं किया गया लिहाजा ब्रिज की बदहाल स्थिति वैसी ही बनी हुई है।
-उस ब्रिज से होकर गया था और तब देखा कि यह ब्रिज राज्य सरकार की ओर से बनाया गया है लेकिन रेलवे लाइन के ऊपर वाला हिस्सा रेलवे की ओर से बनाया गया था। रेलवे लाइन के ऊपर वाला ब्रिज का हिस्सा बेहद बदहाल है। इसको लेकर संबंधित अधिकारियों को चार दिन के अंदर मरम्मत के निर्देश दिए हैं।
नथमल डिडेल
जिला कलक्टर
जिला कलक्टर