जानकारी के अनुसार शिवशंकर व हरीशंकर पुत्रान बिहारीलाला जाटव ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया है कि उनकी पुत्री सुषमा भारती व भाई शिवशंकर की पुत्री राजकुमारी की शादी 10 मई 2022 को ग्राम रामपुरा थाना गढ़ी बाजना निवासी गौरव पुत्र उदयसिंह से सुषमा की शादी व राजकुमारी की शादी पवन से करने के लिए बारात सिकंदरा आई थी। हरीशंकर ने सामथ्र्य के अनुसार पूरी बारात की आवभगत की व शानदार दावत का आयोजन किया।
विवाह की सभी रस्में हो चुकी थी एवं फेरे भी रात को हो गए। दोनों दुल्हों को मिलकर एक बाइक, सोने चांदी के जेवर, घर गृहस्थी के ओढऩे के कपड़े, बर्तन, फर्नीचर आदि दिए थे। 11 मई की सुबह करीब 10 बजे बारात की विदाई के समय 21 हजार रुपए नकद थाली में इिए थे। जब लड़कियों को विदा करना चाहा तो लड़कों के पिता जल सिंह व उदयसिंह ने अपने भाइयों धर्मेंद्र, संजू, लोकेंद्र, भूपसिंह व सुनील के अलावा लड़कों के फूफाजी व जीजाजी ने मिलकर बाइक, दो सोने की जंजीर, दो सोने की अंगूठी व नकद पांच लाख रुपए दहेज में मांगे। जब दहेज की मां पूरी करने में असमर्थता जताई तो वे दुल्हनों को लिए बिना ही बारात वापस लेकर लौट गए।
पैरों में स्वाफी डाली…लेकिन नहीं माने दहेज लोभी
शर्मनाक बात यह है कि जब लड़कियों के पिता ने बारात व लड़कों के पिता व अन्य रिश्तेदारों के पैरों पर स्वाफी रखकर दहेज की मांग पूरी करने में असमर्थता जताई तो वह टस से मस नहीं हुए। बल्कि दहेज देने पर ही दुल्हनों को ले जाने की बात कही। ऐसे में दुल्हनों के परिवार में सभी लोग सकते में पड़ गए। पिता ने आंखों में आंसू लिए काफी मिन्नतें की, लेकिन ससुरालीजन नहीं माने। पीडि़त दुल्हन के पिता ने बताया कि शादी में करीब सात लाख रुपए खर्च किए हैं। लड़कों के परिजन सारा सामान सुबह ही ट्रैक्टर से भरकर अपने गांव रामपुरा ले गए।