ऊंचा नगला से सेवर तक रहती है आवाजाही धौलपुर से आनी वाली चंबल की अवैध बजरी लदे ट्रेक्टर-ट्रॉली यहां रूपवास रोड से ऊंचा नगला पर हाइवे से शहर की सीमा में प्रवेश करते हैं। इसके बाद बजरी माफिया के लोग तय ठिकानों पर बजरी को डाल कर निकल जाते हैं। अवैध बजरी का सेवर समेत आसपास के इलाकों में स्टॉक कर रखा है।
पहले करते हैं बुकिंग, फिर डालते हैं बजरी जिस चंबल प्रतिबंधित बजरी के भाव कुछ समय पहले तीन हजार से चार हजाररुपए प्रति ट्रेक्टर-ट्रॉली चल रहे थे, वह अब सात हजार से आठ हजार रुपए तक में निर्माण स्थल पर पहुंच रही है। बजरी माफिया से जुड़े लोग शहर में निर्माण स्थलों पर बाइक से घूमकर बुकिंग करते हैं और फिर ऑर्डर के अनुसार उसी शाम व रात में बजरी पहुंच जाती है। पहले यह खेल रात तक सीमित था। अब तो बजरी लदे वाहन शहर में दिन में ही दौड़ते नजर आ जाएंगे।
बजरी माफिया की वारदातें – उद्योगनगर इलाके में मथुरा-भरतपुर स्टेट हाइवे पर रारह चौकी ेके पास गत 9 मई को पुलिस ने अवैध बजरी लेकर जा रहे ट्रेक्टर-ट्रॉली को रोकने का प्रयास किया, जिस पर माफिया ने फायरिंग कर दी। छोड़कर भागे ट्रेक्टर को पुलिस ने जब्त कर लिया।
– इसी तरह मलाह इलाके में गत 9 मई को ही दो ट्रेक्टर-ट्रॉली में चंबल की बजरी जाती मिली। पुलिस के पीछा करने पर गांव में घुसा ले गए और पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने बाद में एक जने को हथियार के साथ धरदबोचा।
– रूपवास इलाके में 13 मई को अवैध बजरी निकासी की सूचना पर पुलिस ने नाकाबंदी की। बजरी माफिया ने टे्रक्टर-ट्रॉली चढ़ाने का प्रयास किया और फायरिंग की। पुलिस ने बाद में दो जनों को धरदबोचा दो वाहनों को जब्त किया।