फौजदार ने दी चेतावनी
आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेमसिंह फौजदार ने कहा कि 18 दिन तक जाट समाज की ओर से गांधीवादी तरीके से जगह-जगह पड़ाव डाला गया, लेकिन 3 फरवरी की शाम तक वार्ता के लिए सरकार का कोई संदेश नहीं आने पर आंदोलन के 19वें दिन रणनीति के तहत समाज के महिला-पुरुषों ने महापड़ाव स्थल पर आमरण अनशन पर बैठ गए। काफी समझाइश के बाद भी महिलाएं नहीं मानी और अनशन पर बैठ गईं। सरकार का रुख सकारात्मक नहीं होता है तो 7 फरवरी को दोपहर 12 बजे दिल्ली-मुम्बई रेलवे ट्रैक को बंद कर दिया जाएगा। फौजदार ने कहा कि सरकार ने सकारात्मक पहल नहीं की तो 7 फरवरी को दोपहर 12 बजे दिल्ली-मुम्बई रेलवे ट्रैक जाम करेंगे।
आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेमसिंह फौजदार ने कहा कि 18 दिन तक जाट समाज की ओर से गांधीवादी तरीके से जगह-जगह पड़ाव डाला गया, लेकिन 3 फरवरी की शाम तक वार्ता के लिए सरकार का कोई संदेश नहीं आने पर आंदोलन के 19वें दिन रणनीति के तहत समाज के महिला-पुरुषों ने महापड़ाव स्थल पर आमरण अनशन पर बैठ गए। काफी समझाइश के बाद भी महिलाएं नहीं मानी और अनशन पर बैठ गईं। सरकार का रुख सकारात्मक नहीं होता है तो 7 फरवरी को दोपहर 12 बजे दिल्ली-मुम्बई रेलवे ट्रैक को बंद कर दिया जाएगा। फौजदार ने कहा कि सरकार ने सकारात्मक पहल नहीं की तो 7 फरवरी को दोपहर 12 बजे दिल्ली-मुम्बई रेलवे ट्रैक जाम करेंगे।
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बहकावे में नहीं आएंः विश्वेंद्र सिंह
गौरतलब है कि पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने समाज को नसीहत भी दे डाली थी कि लोग दलालों के बहकावे में नहीं आएं। शहर के राज गार्डन मैरिज होम में हुई सभा में पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह पहुंचे थे। विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि मेरी डिप्टी सीएम से वार्ता हो गई है। उन्होंने वार्ता के लिए कमेटी बनाने के लिए बोला है। डिप्टी सीएम का कहना है कि, हम केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखने के लिए तैयार हैं।