टांडा पुल पर बस रुकवा कर चंद सेकेंड में ही सरयू में लगा दिया छलांग
उक्त थाना क्षेत्र के फेंटवा गांव निवासी दुर्गेश उपाध्याय गुजरात के अहमदाबाद में प्राइवेट नौकरी करता था। पांच दिन पहले उसने भतीजे से फोन पर बातचीत के दौरान हालचाल ठीक बताया था। कहा जा रहा है कि ट्रेन से अकबरपुर रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद बस से वह कलवारी जा रहा था।मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि टांडा पुल के ऊपर बस पहुंचने पर दुर्गेश ने बस रोकवाया। उतरने के बाद बैग किनारे रख दिया। चप्पल निकाल कर पैंट शर्ट पहने हुए ही उसने नदी में छलांग लगा दी। यह देख पुल पर खड़े लोगों ने शोर मचाया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बैग चेक किया तो उसमें आधार व पैन कार्ड व बैंक का पासबुक मिला। जिससे युवक की पहचान हुई।
खबर मिलने पर चाचा अवाक, नही दी थी घर आने की सूचना
दुर्गेश के चाचा राजदेव उपाध्याय ने बताया कि भतीजे ने घर आने की सूचना नहीं दी थी। पांच दिन पहले भतीजे के पास फोन आया था तो हालचाल ठीक बता रहा था। दुर्गेश के पिता घनश्याम और माता की पहले ही मौत हो चुकी है। वहअपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। घर में सिर्फ बाबा हरिहर उपाध्याय हैं। दुर्गेश उन्हीं के साथ रहता था।घटना को लेकर एसओ कलवारी भानू प्रताप सिंह ने बताया कि युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, मामले की जांच पड़ताल की जा रही हैl