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बाजरे की बंपर पैदावार: फसलों की कटाई के लिए नहीं मिल रहे मजदूर

इस बार अच्छी बारिश के चलते बाजरे की भी बंपर पैदावार हुई है। वर्तमान में किसान खेतों में खड़ी बाजरे की कटाई में व्यस्त है। बड़े काश्तकारों को समय पर मजदूर नहीं मिल रहे हैं।

बस्सीSep 23, 2024 / 05:14 pm

Kamlesh Sharma

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बांसखोह। इस बार अच्छी बारिश के चलते बाजरे की भी बंपर पैदावार हुई है। वर्तमान में किसान खेतों में खड़ी बाजरे की कटाई में व्यस्त है। बड़े काश्तकारों को समय पर मजदूर नहीं मिल रहे हैं। इसके चलते अब किसान फसल कटाई में मशीनरी का भी उपयोग करने लगे हैं। वर्तमान में बांसखोह क्षेत्र में ट्रैक्टर पर लगे मशीन यंत्र से बाजरे की कटाई की जा रही है। जो किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। ट्रैक्टर पर लगे इस कटाई मशीन से किसान को मजदूर से कम लागत में कटाई मिल रही है। वहीं समय की भी बचत हो रही है।

4 हजार का काम एक हजार रुपए में

वर्तमान में ट्रैक्टर पर लगी यह कटाई मशीन एक हजार रुपए प्रति पक्का बीघा के हिसाब से कटाई कर रहे हैं। किसान कमलेश सैनी ने बताया कि एक बीघा पक्की बाजरे की कटाई के लिए 10 मजदूरों की आवश्यकता होती है। एक मजदूर 400 रुपए मजदूरी लेता है। जबकि ट्रैक्टर पर लगी मशीन से एक बीघा बाजरे की कटाई एक घंटे से भी कम समय में एक हजार रुपए प्रति बीघा के हिसाब से की जाती है। जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होती है।
वर्तमान में बाजरे की कटाई के इस बम्पर सीजन में चारों ओर कटाई का कार्य शुरू हो जाने से समय पर मजदूर भी नहीं मिल पाते। जिसके चलते कई बार फसलें बारिश में खराब हो जाती है। क्षेत्र में अधिकांशतः किसान अब इन मशीनों से बाजरे की कटाई करवा रहे हैं। मशीन युक्त ट्रैक्टर बाजरे की सिर्फ कटाई करते हैं। बाद में सिट्टे को मजदूर की सहायता से कटवाना पड़ता है। अजमेर क्षेत्र से आए करीब 4-5 मशीन युक्त ट्रैक्टर क्षेत्र में बाजरे की कटाई कर रहे हैं।

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