पिछले तीन दिनों से रात का पारा 11 डिग्री के भीतर बना रहने से सर्दी अब जमने लगी है। बाड़मेर में पिछले चार-पांच दिनों से सर्दी ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए है। सर्द हवा शीतलहर जैसी ही महसूस हो रही है। देर रात और अलसुबह निकलने वाले लोग सर्दी से कंपकंपा रहे हैं। वहीं दिन में भी स्वेटर-जैकेट की जरूरत बढ़ गई है। इस बार सर्दी का असर ज्यादा हो रहा है, पारे में गिरावट रात से अधिक दिन में दर्ज की जा रही है।
गर्म कपड़ों की खरीदारी बढ़ी
अब सर्दी के बाजार में गर्मी आना शुरू हो गई है। ऊनी व गर्म कपड़ों की खरीदारी ने पिछले दो-तीन दिनों से जोर पकड़ लिया है। मौसम में आ रहे बदलाव के बाद अब गर्म व्यंजनों की डिमांड भी बढ़ रही है। बाजार में गुड़ से बनी चिक्की, तिल पट्टी व गजक की खरीदारी भी बढ़ी है। वहीं दूध की कड़ाही भी लगना शुरू हो गई। सर्दी से राहत के लिए लोग गर्म दूध और गुड़ से बने व्यंजनों का स्वाद ले रहे हैं। दिसम्बर होगा और सर्द
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि राजस्थान के कई जिलों में दिसम्बर महीने में सर्दी और बढ़ेगी। अभी तक
बाड़मेर में तापमान सिंगल डिजिट में नहीं आया है। अब शनिवार से आगामी तीन दिनों में संभावना जताई गई है पारा 8 डिग्री तक जा सकता है। वहीं हवा की गति भी कुछ तेज हो सकती है। ऐसे में सर्दी का जोर और बढ़ेगा। बाड़मेर में पिछले साल 2023 में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे नहीं गया था, लेकिन इस बार दिसम्बर में पारे में बड़ी गिरावट की संभावना है। इससे सर्दी का सितम और ज्यादा होगा। वहीं जनवरी में भी तेज सर्दी पड़ने का संभावना जताई जा रही है।
बाड़मेर में पिछले तीन चार दिनों से हवा की गति तेज चल रही है। सर्द हवा ठिठुरा रही है, लेकिन तेज हवा के कारण शहर का एक्यूआई स्तर काफी नीेचे आ गया है और वायु शुद्ध हो गई है। बाड़मेर में पिछले तीन दिनों में 84-88 एक्यूआई के बीच बना रहा। राज्य में लगातार तीन दिनों तक 100 एक्यूआई के भीतर रहने वाला शहर एकमात्र बाड़मेर रहा है। तेज सर्द हवा ने प्रदूषण से बड़ी राहत दिलाई है। तीन दिनों से एयर क्वालिटी इंडेक्स ग्रीन जोन में है। जबकि प्रदेश के अन्य शहर प्रदूषण से जूझ रहे हैं।