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बाड़मेर

मानवेंद्र सिंह इस सीट से कर चुके थे चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी, पार्टी ने दूसरी जगह से दे दिया टिकट

Rajasthan Assembly Elections 2023: कांग्रेस उम्मीदवारों की चौथी सूची में पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र मानवेंद्र सिंह का भी नाम शामिल किया गया है। मानवेंद्र सिंह को बाड़मेर जिले के सिवाना विधानसभा क्षेत्र (Siwana assembly seat) से टिकट दिया गया है

बाड़मेरNov 01, 2023 / 10:26 am

Rakesh Mishra

राजस्‍थान विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को एक ही दिन में उम्‍मीदवारों की दो लिस्‍ट जारी की है। चौथी सूची में जहां 56 नाम थे, वहीं पांचवी सूची में 5 नाम हैं। कांग्रेस उम्मीदवारों की चौथी सूची में पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र मानवेंद्र सिंह (Manvendra Singh) का भी नाम शामिल किया गया है। मानवेंद्र सिंह को बाड़मेर जिले के सिवाना विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया है।

 

बता दें कि सिवाना विधानसभा से पैनल में मानवेन्द्रसिंह का नाम नहीं था और यहां से 19 लोग दावेदारी में थे। मानवेन्द्र जैसलमेर से चुनाव लड़ने के लिए तैयारी शुरू कर चुके थे और वहीं से चुनाव लड़ने की इच्छा थी, लेकिन उनको सिवाना से प्रत्याशी घोषित किया गया है। मानवेन्द्र को जैसलमेर से प्रत्याशी बनाने में रूपाराम मेघवाल का पेच फंस गया था। हालांकि जैसलमेर की सीट को भी अभी घोषित नहीं किया गया हैै। मावनेन्द्रसिंह पूर्व में सांसद रहे हैं और उनका गृहक्षेत्र जसोल पचपदरा में है।

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टिकट मिलने की वजह

 


राहुल गांधी का निर्णय, जैसलमेर का विकल्प, सिवाना से टिकट मांगने वालों की लड़ाई।

 

अब भाजपा के हमीर सिंह से टक्कर

 


अब मानवेंद्र सिंह के सामने भाजपा की ओर से हमीर सिंह भायल प्रत्याशी हैै। हमीर सिंह दो बार लगातार जीते हुए प्रत्याशी हैं। सिवाना में भाजपा ने हमीर सिंह भायल को तीसरी बार मौका दिया है। सिवाना आरक्षित सीट से बाहर हुई तो हमीर सिंह पहली बार सामान्य सीट से विधायक बने। इस बार टिकट को लेकर दावेदारों में पूर्व विधायक कानसिंह कोटड़ी का नाम भी था। हमीरसिंह सिवाना के ही मूल निवासी है और भाजपा से युवावस्था से जुड़े हैं।

 

सीट के जातीय समीकरण की बात की जाए तो यहां 17.21 फीसदी अनुसूचित जाति के मतदाता हैं, जबकि 8.81 फ़ीसदी अनुसूचित जनजाति के वोटर्स हैं। यह सीट कई दशकों तक एससी वर्ग की रही, लेकिन 2008 के बाद से यह सीट सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित कर दी गई है। इस सीट पर 1998 के बाद से कांग्रेस जीत दर्ज नहीं कर पाई है। कई बार यह सीट निर्दलीयों के कब्जे में भी रही है।

 

राहुल गांधी का निर्णय


मैने निर्णय राहुल गांधी पर छोड़ रखा था, उन्होंने सिवाना को चुना। मुझे हर चुनौती स्वीकार है। सिवाना मेरा संसदीय क्षेत्र रहा है। मैं क्षेत्र, उसकी समस्याओं, जरूरतों और वहां के लोगों से जुड़ा हुआ रहा हूं।
– मानवेन्द्रसिंह, कांग्रेस प्रत्याशी सिवाना

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