बस दुकानदार की नजर हटी ही थी कि 7 लाख के आभूषण हो गए पार |
व्याख्याता बननेे की उम्मीद धूमिल
शिक्षा विभाग में सबसे ज्यादा इंतजार वरिष्ठ अध्यापकों से व्याख्याता पदोन्नति को लेकर है। इसमें नियम संशोधन के चलते तीन साल से अड़ंगा चल रहा है। पूर्व में असमान विषय से स्नातक व स्नातकोत्तर की डिग्रीधारक वरिष्ठ शिक्षकों को व्याख्याता डीपीसी में शामिल नहीं किया था लेकिन अब नियम संशोधन किया है। बावजूद इसके सौ दिवसीय कार्य योजना में इसको शामिल नहीं करने से डीपीसी का इंतजार बढ़ता जा रहा है।
वरिष्ठ अध्यापकों के व्याख्याता बनने की राह आसान, वजह है ये |
क्रमोन्नत विद्यालयों में पद स्वीकृति का भी इंतजार
पिछली कांग्रेस सरकार ने अंतिम 2 वर्षों के कार्यकाल में बम्पर संख्या में विद्यालयों को उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत तो कर दिया लेकिन स्कूलों में 2 वर्ष बाद भी व्याख्याता पदों की वित्तीय स्वीकृति जारी नहीं की गई। ऐसे में प्रदेश में क्रमोन्नत 6 हजार उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 18 हजार व्याख्याता पदों की वित्तीय स्वीकृति के बारे में भी कार्ययोजना में कोई स्थान नहीं दिया गया।
तीन सत्र से बकाया चल रही डीपीसी की जाए
पहले कार्ययोजना में डीपीसी का बिंदु था। संशोधित 100 दिवसीय कार्य योजना में डीपीसी का मुद्दा शामिल नहीं है। शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री से मांग करते है कि वरिष्ठ अध्यापक व व्याख्याता पदोन्नति पिछले तीन सत्र से बकाया चल रही है, इसको प्राथमिकता से करने के लिए 100 दिवसीय कार्ययोजना में शामिल किया जाए। अन्यथा संगठन की ओर से आंदोलन किया जाएगा। – बसन्त कुमार जाणी, जिलाध्यक्ष, राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ, रेस्टा