निजी क्लीनिक चलाने वाली डॉक्टर सबीना पर आरोप
बदायु जिले के दातागंज निवासी राघवेंद्र पाल सिंह अपनी पत्नी रश्मि सिंह के साथ बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर बरेली आए थे, लेकिन यहां एक निजी क्लिनिक में उपचार के दौरान हुई कथित चिकित्सा लापरवाही ने उनकी जिंदगी को दर्दनाक मोड़ पर ला खड़ा किया। राघवेंद्र सिंह की पत्नी रश्मि सिंह पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या से जूझ रही थीं। डॉक्टरों ने उन्हें प्राइमरी इनफर्टिलिटी का सामना करने वाली महिलाओं के लिए अपनाई जाने वाली आईवीएफ प्रक्रिया कराने की सलाह दी। बरेली स्थित एक निजी क्लिनिक में डॉक्टर शबीना खान ने उनका इलाज शुरू किया। 15 जुलाई को उपचार की शुरुआत हुई, जिसमें ‘ओवम पिकअप’ प्रक्रिया पूरी की गई। लेकिन इलाज के दौरान डॉक्टर की कथित लापरवाही और गलत दवाइयों के चलते रश्मि को ओवेरियन हाइपरस्टिमुलेशन सिंड्रोम जैसी गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ा। गलत इलाज के कारण रश्मि की दोनों किडनियां खराब हो गईं।
अब दिल्ली एम्स से चल रहा इलाज, लेकिन फायदा नहीं
जब रश्मि की हालत गंभीर हो गई, तो 17 जुलाई को उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में रेफर किया गया। वहां जांच के बाद डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि रश्मि की किडनियां डॉक्टर शबीना खान द्वारा दी गई दवाइयों और गलत इलाज के कारण पूरी तरह खराब हो चुकी हैं। एम्स के विशेषज्ञों ने तुरंत किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी। परिवार की आर्थिक स्थिति और देरी के कारण यह संभव नहीं हो सका। 19 अगस्त 2024 को एम्स ने रश्मि को डिस्चार्ज कर दिया, और अब उनका इलाज बरेली में डायलिसिस के जरिए चल रहा है। रश्मि के पति राघवेंद्र ने आरोप लगाया कि डॉक्टर की लापरवाही ने उनकी पत्नी की जान को खतरे में डाल दिया है।