सड़कों पर जल्द ही डबल डेकर बसें दौड़ती हुई नजर आएंगी। बरेली, आगरा, बांदा, बस्ती, गोंडा, गाजियाबाद, गोरखपुर, कानपुर, लखनऊ, मेरठ आदि जिलों के 1130 मार्ग चिन्हित किए गए है। अब उन मार्गों पर अनुबंधित बसें संचालित की जाएंगी। कमिश्नर की अध्यक्षता में आरटीओ परमिट आदि की कार्रवाई को पूरा करेगा। परिवहन अधिकारियों का कहना है, गांव-देहात क्षेत्रों में मुसाफिरों को डग्गामारी वाहन से मुक्ति दिलाने को मंजिली बस योजना शुरू होगी। बरेली रीजन के 225 मार्ग चिह्नित किए गए हैं। सर्वे में मार्ग और दूरी को लेकर रिपोर्ट के आधार पर अब अनुबंध की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। आरटीओ की ओर से मंजिली बस सेवा योजना है। जो अनुबंध पर बस चलवाया जाएगा। डबल डेकर बसें होंगी। परिवहन विभाग की ओर से परमिट जारी किए जाएंगे।
बरेली रीजन में 225 मार्ग बरेली-फैजुल्लापुर-सैथल-बरीर, नवाबगंज-राजधार, औरंगाबाद- नौवानगला गेला स्नेकपुर, नवाबगंज- कल्याणपुर-कटईया-ज्योत-मरगापुर, गगईया, लावाखेड़ा, पचपेड़ा, फरीदपुर-पढ़ेरा, मटकापुर, भुता- बिथरी, फरीदपुर-बुखारा, बदायूं- भोजपुर, बिसौली-बदायूं, दवतोरी- बिसौली, सहसवान-इस्लामनगर- चंदौसी, बिसौली-कछला, कादरचौक, कछला, उसहैत, म्याऊं-भद्रा, पीलीभीत-देयोरिया, बीसलपुर, खटीमा, माधौटांडा, पूरनपुर- सुखदासपुर, चित्रपुर, कलीनगर, जमुनिया-सिद्धबाबा, ईटगांव-करेली- सिगापुर आदि 225 मार्ग हैं।