हादसा बनकर रह जाती मासूम की हत्या
सीबीगंज थाने के वीरपुर कासिमपुर निवासी मुर्शीद की पत्नी अनम ने 21 नवंबर की दोपहर परसाखेड़ा स्थित किराये के मकान की छत से अपनी ढाई साल की बेटी अमन नूर को नीचे फेंक दिया था। बेटी की मौत को अनम ने हादसा बताया और शव दफना दिया गया। मंगलवार सुबह मुर्शीद को गली के एक बच्चे से घटनाक्रम की जानकारी मिली। पुलिस को बताकर उसने पड़ोस के सीसीटीवी कैमरे चेक कराए। सुराग मिलने के बाद अनम को हिरासत में ले लिया गया। अनम ने हत्या का आरोप स्वीकार कर लिया।
महिला को पछतावा, पति को बता रही जिम्मेदार
मुर्शीद ने पत्नी पर आरोप लगाया है कि प्रेमी से फोन पर बातें करने में बाधक बनने पर उसने बेटी की हत्या की। पत्नी अनम को दूसरे दिन बेटी की हत्या का पछतावा हो रहा था। घटना के बारे में पूछने पर उसकी आंखों में आंसू आ गए। आरोपी अनम ने पति पर ही गंभीर आरोप लगा दिए। उसने कहा कि वह खास कमाई नहीं करता है। जो कमाता है उसे शौक पूरे करने में उड़ा देता है। वह कारचोबी का काम करके और मजदूरों की रोटी बनाकर परिवार पालती है। काम के वक्त उसे बेटी परेशान करती थी। वह पति का कुछ बिगाड़ नहीं सकती थी तो गुस्से में बेटी को मार दिया। अब उसे लग रहा है कि उसने गलत किया।