भुता थाना क्षेत्र के विलासनगर निवासी बलवीर सिंह ने बताया कि वह पोस्टमास्टर है। 24 अगस्त की सुबह उन्होंने बड़ौदा ग्रामीण बैंक भुता से 50 हजार रुपये निकाले। दो हजार रुपये उनके पास पहले से थे। 52 हजार रुपये अपने बेटे कुलदीप के खाते जमा कराने के लिए वह गए थे। बैंक में ग्रीन कार्ड के बिना रुपये जमा करने से मना कर दिया गया। वह डाकखाने से संबंधित एक दिवसीय विभागीय प्रशिक्षण के लिए प्रधान डाकघर गए। प्रशिक्षण के बाद शाम पांच बजे वह अपने साथी पोस्ट मास्टर सुरेन्द्रपाल गंगवार के साथ वापस भुता जाने के लिए सेटेलाइट बस स्टैंड से टेंपो से जा रहे थे।
चलते टेंपो से कूदे चोर, बाइक पर बैठकर हो गए फरार टेंपो में उनके पास दो व्यक्ति आकर बैठ गए। वह रास्ते में धक्का मुक्की करने लगे। इसी दौरान एक जेब कतरे ने उनकी जेब काटकर 52000 रुपये निकाल लिए गए। फ्लोरा गार्डन पर टेंपो के रूकते ही दोनों व्यक्ति पहले से खड़ी दो बाइक पर बैठकर भाग गए। टेंपो का किराया देने के लिए जब उन्होंने जेब टटोली तब उन्हें चोरी का एहसास हुआ। उनके बेटे कुलदीप ने बताया कि पुलिस तीन माह से मामले को टहला रही थी। कई चक्कर मारने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। तीन माह बाद ठीक 24 तारीख को पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली।