बीडीए ने दर्ज कराया मुकदमा, रसूख के दम पर बच निकला राणा भाजपा के पूर्व दिवंगत विधायक केसर सिंह के बेटे विशाल गंगवार की गिरफ्तारी के मामले में बरेली विकास प्राधिकरण के जेई रमन कुमार ने आशीष इंटरप्राइजेज के पार्टनर राजीव कुमार राणा, जैसवार, जगदीश प्रसाद, भगवान दास, सुखपाल, सुंदरी देवी, सतबीर सिंह, रामदास, अमर सिंह, सर्वेश कुमार, धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ 13 नवंबर 2022 को मुकदमा दर्ज कराया गया था। आरोप था कि बिल्डरों ने साठगांठ कर बरेली विकास प्राधिकरण की जमीन कब्जा कर बेच दी। इसमें सभी के खिलाफ कार्रवाई हुई, चार्जशीट कोर्ट में दाखिल गई, लेकिन राजीव राणा बच निकला। उसका नाम मुकदमे से पुलिस ने निकाल दिया। उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
केपी यादव और ललित सक्सेना हिस्ट्रीशीटर, एक दर्जन से ज्यादा हैं मुकदमे फायरिंग में राजीव राणा के सबसे खास गुर्गे रिठौरा के पार्षद केपी यादव का नाम है। इंस्पेक्टर इज्जतनगर राधेश्याम ने बताया कि केपी यादव हिस्ट्रीशीटर है। उस पर एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे हैं। पुलिस ने रात में ही उसके घर दबिश दी थी। मठ लक्ष्मीपुर निवासी ललित सक्सेना पर 13 मुकदमे हैं। उसे पुलिस ने शनिवार रात को मुठभेड़ में पकड़ा था। उसके पैर में गोली लगी है। 2 मुकदमें शिवओम श्रीवास्तव हाल निवासी आलीशान बरातघर, बदायूं रोड सुभाषनगर पर हैं। ओमकार राठौर निवासी जोगी नवादा पर 2 मुकदमे, रविंद्र यादव निवासी मुड़िया अहमदनगर पर 6 मुकदमे दर्ज हैं। मुड़िया अहमदनगर निवासी सनोज पर 2 मुकदमे, पंकज गुप्ता निवासी कृष्णानगर कॉलोनी बारादरी पर 2 और संदेश निवासी सैनिक कॉलोनी पर 2 मुकदमे दर्ज हैं। दुकान मालिक आदित्य उपाध्याय पर 5 व उसके बेटे अभिराज पर 2 मुकदमे दर्ज हैं। सभी पेशेवर अपराधी हैं।