रिपोर्ट दर्ज कर कराई जा रही मामले की विवेचना
मामला संदिग्धता प्रतीत होने पर उच्च न्यायालय ने पुलिस को जन्म प्रमाण पत्रों की जांच का आदेश दिया। जब पुलिस ने जन्म प्रमाण पत्रों की नगर निगम में जांच कराई तो फर्जी पाए गए। अधिकारियों ने बताया कि उक्त जन्म प्रमाण पत्र नगर निगम से जारी नहीं किए गए हैं। इस पर कैंट पुलिस ने आरोपी प्रेमी और प्रेमिका के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। कैंट के इंस्पेक्टर क्राइम का कहना है कि प्रेमी युगल ने उच्च न्यायालय में शादी के लिए जो जन्म प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए थे, वह जांच में फर्जी पाए गए हैं। मामले में रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
जान का खतरा बता परिजनों पर दर्ज कराई थी रिपोर्ट
प्रेमी प्रेमिका ने न केवल फर्जी जन्म प्रमाण पत्र उच्च न्यायालय में पेश किए बल्कि पुलिस को भी गुमराह कर अपने माता-पिता से जान का खतरा बताते हुए 7 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। फिलहाल, पुलिस का कहना है कि दोनों स्कूली दस्तावेजों के अनुसार नाबालिग हैं।