सड़क पर जाम लगाकर किया प्रदर्शन
शनिवार को नैनीताल रोड स्थित सांसद आवास पर सुबह ही ट्रॉली में करीब 150 किसान पहुंच गए। इसके बाद गद्दा डालकर आवास के बाहर ही धरने पर बैठ गए और सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे। कुछ देर किसानों ने सड़क को बंद कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिसबल भी आवास पर पहुंच गया। पुलिस अधिकारियों ने किसानों से धरने से उठने की अपील की। लेकिन किसान मांगे पूरी होने तक धरने पर बैठने की जिद पर अड़े रहे। किसानों ने कहा कि गन्ने का भुगतान न होने की वजह से बच्चों के स्कूल की फीस नहीं जमा हो पाई है। इस वजह से स्कूल से निकाल दिया गया है। वहीं, बेटियों की शादियां कर्ज लेकर करना पड़ी है। कर्जदार का ब्याज चुकाने की तंगी आ गई है। सूचना मिलते ही सांसद धरने पर बैठे किसानों से मिलने पहुंच गए।
सांसद छत्रपाल ने विभागीय अधिकारियों को किया तलब
किसानों की आर्थिक समस्या सुन सांसद ने किसानों की समस्या सुनकर गन्ना विभाग के अधिकरियों को आवास पर तलब कर लिया। काफी देर तक सांसद और जिला गन्ना अधिकारी में बातचीत चलती रही। इसके बाद देरशाम किसानों को सांसद ने आश्वासन दिया कि वे स्वयं सभी किसानों को लेकर लखनऊ में उच्च अधिकारियों के पास जाएंगे। किसानों का दो वर्ष से रुका भुगतान भी दिलाने को हरसंभव प्रयास किया जाएगा। साथ ही सेंटर में बदलाव कर सेंटर मीरगंज कराने पर भी चर्चा की जाएगी। इस मौके पर रवींद्र सिंह, यशपाल सिंह, हरिपाल चौधरी, राजेश, सोनपाल, कृष्णपाल आदि किसान मौजूद रहे।
मजिस्ट्रेट को सौंपा राष्ट्रपति संबोधित ज्ञापन
भारतीय किसान यूनियन टिकैत की मासिक पंचायत में खाद संकट, छुट्टा पशुओं से फसलों को हो रहे नुकसान सहित विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई। इसके बाद यूनियन के पदाधिकारी सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा।