एसटीएफ को कई जिलों में वाहन चोरी के गिरोह के सक्रिय होने की सूचनाएं मिल रही थी। मुखबिर से पता चला कि अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गुड्डू वारसी गैंग के पांच सदस्य लखनऊ-दिल्ली हाइवे बड़ा बाईपास स्थित नेस्ट फैमिली ढाबा के पास चोरी के चार ट्रक लिए खड़े है। टीम ने घेराबंदी कर गैंग के चार सदस्य कैंट के मोहनपुर निवासी मोहम्मद शाकिर, प्रेमनगर का सैय्यद सबाहत, सीबीगंज का मो फईम, सुमाली का मुजीबुर्रहमान और बहेड़ी का अब्दुल रऊफ को गिरफ्तार किया। चारों ट्रकों, उपकरण में अदद ग्राइन्डर, नोजिल (सुम्मी), हथौडी, पांच मोबाइल और वाहनों के कूटरचित दस्तावेज बरामद किए।
मणिपुर, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब से फर्जी एनओसी तैयार कराते थे चोरों ने पूछताछ में बताया कि वह उत्तराखंड के सितारगंज निवासी नवाब वारसी उर्फ गुड्डू वारसी उर्फ फिटवेल टेलर गैंग के सदस्य है। नवाब वारसी गैंग का सरगना है। वह चोरी के वाहनों पर एक्सीडेन्टल टोटल लॉस के इंजन नंबर व चेसिस नंबर खोदकर मणिपुर, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब से फर्जी एनओसी तैयार कर आरटीओ कार्यालय में मिलीभगत कर रजिस्टर्ड कराकर मोटी रकम में बेच देते है या अपने पास रख लेते है । कुछ समय पश्चात् इन वाहनों को कबाड़ी से कटवाकर उनकी चोरी की रिपोर्ट पंजीकृत कराकर बीमा कंपनियों से बीमा की रकम ले लेते है। अब तक गुड्डू वारसी ने मिलकर लगभग 100 से अधिक गाड़ियों के फर्जी कागजात लगाकर मोटी रकम लेकर बेच दिया है।
ये है आपराधिक इतिहास पुराना शहर निवासी अनीस कबाड़ी से कई गाड़ियों को कटवाकर चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने के फिराक में थे। गुड्डू वारसी पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व यूपी में वाहन चोरी के दो दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज है। गिरफ्तार करने वाली टीम में पुलिस उपाधीक्षक अब्दुल कादिर, एसआई राशिद अली, सिपाही रामजी लाल, गिरिजेश पोसवाल, संदीप, शिवओमा पाठक, नितिन, कुलदीप, संजय यादव, रामकिशन वर्मा, एसटीएफ फील्ड इकाई बरेली की गठित टीम शामिल है।