वार्ड 37 नंदौसी में बंजरिया, गरगहिया, गोकुलपुर, परसाखेड़ा गौटिया, ललपुरा समेत पांच और गांव शामिल हैं। नगर निगम में शामिल होने के बाद भी यहां संपर्क मार्ग नहीं है। लोग ईंट भट्ठे से गुजरकर गांव पहुंचते हैं। जो अंदरूनी सड़कें हैं, उनमें गहरे गड्ढे हो चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि गोकुलपुर गांव में श्मशान घाट है जहां जाने का कोई रास्ता नहीं है। लोगों को खेत से होकर अंतिम संस्कार के लिए जाना पड़ता है। परसाखेड़ा स्टेशन के सामने नई बस्ती में रहने वालों ने बताया कि बरसात में रेलवे लाइन के किनारे से कच्चा रास्ते पर पानी भर जाता है तो आना-जाना बंद हो जाता है। सड़क निर्माण की मांग को लेकर पिछले दिनों गांव वालों ने नगर निगम गेट पर प्रदर्शन किया था।
तीन खातों में आ रही दिक्कत जल्द होगी दूर सीएम योगी आदित्यनाथ जब बरेली दौरे पर आए तो उनके सामने जमीन खरीद का मामला उठा था। सीएम ने कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए तो अब इस मामले की अड़चने दूर की जा रही हैं। क्रय कमेटी ने मार्ग बनाने के लिए किसानों से सहमति ले ली है। केवल तीन खातों की प्रक्रिया को सुलझाया जा रहा है। किसानों से शपथ पत्र लेना शुरू कर दिए हैं। नगरायुक्त निधि गुप्ता वत्स ने बताया कि रजिस्ट्रार, तहसीलदार समेत क्रय कमेटी के लोगों के साथ बैठक की है। उन्हें एक सप्ताह के अंदर जो तीन खातों में दिक्कत आ रही है उन्हें दूर करने और रजिस्ट्री कराने के निर्देश दिए हैं।
दो करोड़ के बजट हुआ था स्वीकृत
दो करोड़ के बजट हुआ था स्वीकृत
नगर निगम में बैठक में झुमका तिराहे से लेकर परसाखेड़ा गोटिया तक 625.9 मीटर लंबी और 10 मीटर चौड़ी सड़क पास हुई थी। के लिए दो करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ था। जिसमें जमीन खरीद भी शामिल थी। पूर्व पार्षद सुखदीश कश्यप का कहना था कि हाईवे के पास की जमीन इस समय 25 लाख रुपए बीघा बिक रही है, लेकिन ग्रामीणों ने नगर निगम को अपनी जमीन रोड बनाने के लिए कम रेट पर जमीन देने पर सहमित दी। ग्रामीणों ने नुकसान तो झेला ही है, लेकिन नगर निगम से पक्का रास्ता पास होने से बेहद उत्साहित महसूस कर रहे हैं।