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बरेली

कारोबारी बाप बेटे की जमानत खारिज, एक और मुकदमा, होटल रेडिसन में हुई थी जानलेवा हमले की वारदात

जानलेवा हमले के मामले में फरार चल रहे पिता पुत्र की जिला जज कोर्ट ने जमानत खारिज कर दी है। हमलावरों के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी फरार चल रहे हैं। उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो चुका है।

बरेलीMay 09, 2024 / 07:24 pm

Avanish Pandey

आरोपी रिदिम आरोरा (फाइल फोटो)।

बरेली। जानलेवा हमले के मामले में फरार चल रहे पिता पुत्र की जिला जज कोर्ट ने जमानत खारिज कर दी है। हमलावरों के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी फरार चल रहे हैं। उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो चुका है। सेशन कोर्ट से जमानत खारिज होने के बाद भी गिरफ्तारी न होने पर आरोपियों की कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
21 अप्रैल को होटल से फेंकने की हुई थी वारदात
राजेंद्रनगर के कैमिकल कारोबारी संजय अग्रवाल का बेटा सार्थक अग्रवाल जनकपुरी के रहने वाले रिदिम अरोड़ा व अन्य दोस्तों के साथ 21 अप्रैल को होटल रेडिसन गया था। पार्टी में दोस्तों के बीच झगड़ा और हाथापाई हो गई। रिदिम अरोड़ा ने अपने पिता कपड़ा कारोबारी सतीश अरोड़ा को फोन कर वहां बुलाया। सार्थक ने सतीश को नमस्ते करने के बाद झुककर चरण स्पर्श किए। आरोप है कि इसके बाद भी सतीश अरोड़ा ने बेटे रिदिम के साथ मिलकर सार्थक अग्रवाल को पीटा। धक्का देकर होटल की छत से फेंक दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गये थे। एसआरएमएस में उनका इलाज चला। सार्थक इन दिनों बेड रेस्ट पर हैं। इस मामले संजय अग्रवाल की ओर से थाना इज्जतनगर में सतीश अरोड़ा और उनके बेटे रिदिम के खिलाफ मारपीट, गाली गलौज और हत्या के प्रयास में मुकदमा दर्ज कराया गयाा था।
गिरफ्तारी से बचने को कोर्ट में दी सरेंडर अर्जी, जमानत प्रार्थना पत्र
इज्जतनगर थाने में रिदिम अरोड़ा और उसके पिता सतीश अरोड़ा के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद से दोनेां फरार हैं। उनकी दुकानें बंद हैं। पुलिस ने घर से लेकर दुकानों तक दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिले। इसके बाद उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट एक मई को जारी कराया गया था। आरोपियों ने जमानत, अग्रिम जमानत और सरेंडर के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। नौ मई को सेशन कोर्ट में मामले की सुनवाई की गई। जिस पर जिला जज की कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत और जमानत की दोनों अर्जियां खारिज कर दीं। इसके बाद पिता पुत्र का जेल जाना तय माना जा रहा है। जमानत प्रार्थना पत्र खारिज होने के बाद से खलबली मची हुई है। हमलावरों को अब हाईकोर्ट का ही सहारा बचा है। वहीं पुलिस ने भी गिरफ्तारी का शिकंजा कस दिया है।
हमलावरों से जान का खतरा, मुकदमा वापस लेने का बना रहे दबाव
राजेंद्रनगर ब्लाक ए के रहने वाले संजय अग्रवाल ने बताया कि वह पांच मई को नार्थ सिटी अपने स्कूटर से जा रहे थे। इसी दौरान डेलापीर मंडी के सामने बाइक सवार तीन युवकों ने उन्हें घेर लिया। कहा कि उन्होंने सतीश अरोड़ा और उसके बेटे के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज कराया है। उसे वापस ले लो। नहीं तो तुम्हें जान से मार देंगे। संजय अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि जब तक सतीश अरोड़ा और उनका बेटा बाहर रहेंगे। उन्हें जान का खतरा है। मुकदमा वापस लेने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ इज्जतनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया है।

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