राजेन्द्र बैरवा, एईएन, सार्वजनिक निर्माण विभाग (खण्ड अटरू)
अटरू तहसील के नृङ्क्षसहपुरा गांव में गणेशजी और भैरूजी के मंदिर को सडक़ से जोडऩे का कार्य तकनीकी समस्या के चलते दो पाटों के बीच फंसकर रह गया है। करीब 95 लाख की लागत से स्वीकृत यह डेढ़ किमी की सीसी सडक़ का मामला विभागीय स्तर पर काफी सुर्खियों में आ गया है। दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले आनन-फानन में क्षेत्र के लोगों की मांग पर नृङ्क्षसहपुरा में गणेशजी और भैरूजी के मंदिर को सडक़ मार्ग से जोडऩे के लिए निजी खाते की जमीन पर सड$क स्वीकृत कर दी गई थी। उस समय तो मामला कागजों में था, लेकिन निर्माण शुरू हुआ तो पता लगा कि यहां तो राजस्व विभाग की सरकारी जमीन ही नहीं है। निजी खातेदारों के खेत हैं। आसपास भी अतिक्रमण हो रहा है। अब कुछ दिनों से काम अधूरा पड़ा है।
बारां•Jul 23, 2024 / 11:37 am•
mukesh gour
अटरू तहसील के नृङ्क्षसहपुरा गांव में गणेशजी और भैरूजी के मंदिर को सडक़ से जोडऩे का कार्य तकनीकी समस्या के चलते दो पाटों के बीच फंसकर रह गया है। करीब 95 लाख की लागत से स्वीकृत यह डेढ़ किमी की सीसी सडक़ का मामला विभागीय स्तर पर काफी सुर्खियों में आ गया है। दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले आनन-फानन में क्षेत्र के लोगों की मांग पर नृङ्क्षसहपुरा में गणेशजी और भैरूजी के मंदिर को सडक़ मार्ग से जोडऩे के लिए निजी खाते की जमीन पर सड$क स्वीकृत कर दी गई थी। उस समय तो मामला कागजों में था, लेकिन निर्माण शुरू हुआ तो पता लगा कि यहां तो राजस्व विभाग की सरकारी जमीन ही नहीं है। निजी खातेदारों के खेत हैं। आसपास भी अतिक्रमण हो रहा है। अब कुछ दिनों से काम अधूरा पड़ा है।
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